भारत में जुलाई तक ठंडी पड़ जाएगी 2nd Wave, तीसरी की उम्मीद कम, अक्तूबर तक Mask नीचे आ सकते हैं
भारत में जुलाई तक ठंडी पड़ जाएगी 2nd Wave, तीसरी की उम्मीद कम, अक्तूबर तक Mask नीचे आ सकते हैं
इंटरनल मेडिसिन के विख्यात डॉ रवि गोडसे का दावा, कहा, अक्तूबर के अंत तक आ जाएगी हर्ड इम्युनिटी
अमेरिका के इंटरनल मेडिसिन के विख्यात डॉ रवि गोडसे ने दावा किया है कि भारत में जुलाई तक कोरोना की दूसरी लहर ठंडी पड़ जाएगी और तीसरी लहर की भारत में बेहद ही कम सम्भावना है और उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि अक्तूबर तक मास्क नीचे आ जाएंगे। लेकिन तक तक मास्क पहने रखें और सभी एहतियात बरतने बेहद जरुरी है।
डॉ रवि गोडसे का कहना है कि जब भारत के 56 प्रतिशत लोगों में इम्युनिटी आ जाएगी तो भारत में हार्ड इम्युनिटी आ जाएगी। डॉ गोडसे के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर जब देश में पीक पर थी, तब देश में रोजाना साढ़े 3 से 4 लाख लोग संक्रमित हो रहे थे। कई विदेशी अख़बारों का कहना था कि भारत अपने आंकड़े छिपा रहा है। चलो हम यह मान कर चलते हैं कि प्रत्येक संक्रमित के पीछे 10 – 20 या 30 लोग संक्रमित होंगे, इस लिहाज से इस समय एक तो वह लोग जो संक्रमित हो चुके हैं और दूसरे वह जिन्हे वेक्सीन दिया जा चूका है, उनकी संख्या देश की कुल जनसख्या कि इस समय 40 प्रतिशत के करीब हो चुकी है। इन लोगों में इम्युनिटी आ चुकी है। अब बस हमे 16 प्रतिशत और लोगों में यह इम्युनिटी पैदा करनी है। इसे वेक्सीन से पूरा किया जा सकता है, इसके बाद देश में हर्ड इम्युनिटी आ जाएगी।
डॉ गोडसे के अनुसार जब देश के 56 प्रतिशत में लोगों में चाहे वेक्सीन के जरिए या संक्रमण के बाद इम्युनिटी आ गई है तो कोरोना अक्तूबर तक देश में ठंडा पड़ जाएगा और तीसरी लहर की सम्भावना नहीं होगी। इसलिए फ़िलहाल वेक्सीन बेहद जरुरी है और जो भी वेक्सीन मिल जाए वह लगवाई जानी चाहिए। डॉ गोडसे ने यह भी बताया है कि जिन लोगों को 2020 में कोरोना हुआ था और अब दूसरी में भी उन्हें कोरोना हुआ है तो वह घातक नहीं साबित हुआ है। साफ़ है कि पिछले साल कोरोना संक्रमण के बाद जिन लोगों में इम्युनिटी आ चुकी थी वह एक वर्ष बाद भी बरक़रार है। हाल ही में कई देशों में हुए शोध के बाद यह सामने आ चूका है कि वेक्सीन हर तरह के म्यूटेशन के खिलाफ कारगर है। चाहे शत-प्रतिशत कारगर न हो लेकिन यह आपको बचाने के लिए काफी है।