Himachal Pradesh

श्रमिक वर्ग 31 दिसंबर तक ई-श्रम पोर्टल पर आवेदन करना करें सुनिश्चित: डीसी

चलेट में प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम के तहत डीसी राघव शर्मा ने सुनी जन समस्याएं
श्रमिक वर्ग 31 दिसंबर तक ई-श्रम पोर्टल पर आवेदन करना करें सुनिश्चित: डीसी
ऊना, 21 दिसंबर(प्रशांत शर्मा): आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आज उपमंडल गगरेट की ग्राम पंचायत चलेट में प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त उना राघव शर्मा ने की। राघव शर्मा ने मौके पर लोगों की समस्याएं सुनी तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों को समस्याओं का त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए। प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम में 31 जन समस्याएं लोगों ने उपायुक्त राघव शर्मा के समक्ष रखी, जिनमें 6 शिकायतें और 25 मांगें शामिल रही। अधिकतम समस्याएं बीपीएल कार्ड बनवाने तथा मकान के लिए आर्थिक सहायता की मांग के संबंध में प्राप्त हुई।
इस अवसर पर उपायुक्त राघव शर्मा ने ग्राम वासियों को संबोधित करते हुए कहा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें जिला भर में सभी विभाग व अधिकारी पंचायत स्तर पर कैंप लगाकर स्थानीय निवासियों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं तथा सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना भी सुनिश्चित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्री-जनमंच कार्यक्रम की तर्ज पर यह कैंप लगाए जा रहे हैं, जिसमें स्थानीय निवासी अपने क्षेत्र से संबंधित समस्याएं एसडीएम को दे सकते हैं। उन्होंने ग्रामवासियों से अपील की कि वह इस कार्यक्रम में अपना आधार कार्ड, ई श्रम कार्ड, हिम केयर कार्ड बनवा सकते हैं और राजस्व संबंधी कार्य भी करवा सकते हैं।
राघव शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार का श्रम और रोजगार मंत्रालय असंगठित कामगारों का राष्ट्रीय डेटाबेस तैयार कर रहा है, जो प्रत्येक असंगठित कामगार को पहचान पत्र जारी करेगा, जिसमें एक विशिष्ट पहचान संख्या होगी। उन्होंने कहा कि इस कार्ड के बनने से असंगठित श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह कार्ड श्रमिकों को रोजगार के अधिक अवसर प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने पात्र श्रमिक वर्ग से 31 दिसंबर तक ई-श्रम पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाने का आहवान किया। डीसी ने कहा कि जिन लोगों ने हिम केयर कार्ड बनवा रखे हैं और उनकी वैधता खत्म हो चुकी है, वह समय पर इसका नवीनीकरण करवाएं तथा 1 जनवरी से हिम केयर के नए कार्ड बनने शुरू होंगे, जिसका कार्य 31 मार्च तक चलेगा।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे विस्तारपूर्वक जानकारी भी स्थानीय लोगों को दी।  इस दौरान स्वयं सहायता समूहों ने अपने तैयार उत्पाद की बिक्री के लिए स्टॉल भी लगाया। कैंप के दौरान लगभग 150 व्यक्तियों ने अपनी स्वास्थ्य जांच करवाई। इस दौरान मौके पर ही लगभग 45 ग्रामवासियों के इंतकाल का कार्य भी किया गया।
इस अवसर पर प्रधान प्रमिला देवी, एसडीएम गगरेट विनय मोदी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

समूरकलां में लोगों को किया कानूनी अधिकारों बारे जागरूक

ऊनाए 21 दिसंबरः ऊना की समूरकलां पंचायत में आज एक दिवसीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता करते हुए सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नव कमल ने कहा कि आर्थिक दृष्टि से गरीब पिछडे़ व कमजोर वर्ग, अनुसूचित जाति व जनजाति महिलाएं, असहाय, बच्चों आदि को निःशुल्क कानूनी सहायता, कानूनी सलाह, कानूनी शिक्षा प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश विधिक सेवा प्राधिकरण प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि कोई भी पात्र व्यक्ति जो गरीबी, अज्ञानता और अनपढ़ता के कारण अपने अधिकारों की रक्षा करने में असमर्थ है, वह निःशुल्क कानूनी सहायता प्रदान कर सकते हैं। ऐसे व्यक्ति जिन्हें मुफ्त कानूनी सेवाओं की आवश्यकता है, वह लिखित आवेदन पत्र द्वारा अथवा उस प्राधिकरण द्वारा तैयार प्रपत्र को भरकर संबंधित अधिकारी या समिति को सम्पर्क कर सकता है।
इसके अतिरिक्त विवाहित महिलाओं पर अत्याचार एवं कानूनी प्रावधान, देहज निरोधक अधिनियम, किशोर अपराध व न्याय व्यवस्था और सूचना का अधिकार बारे में भी विस्तापूर्वक जानकारी दी। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नव कमल ने कहा कि गर्भ में कन्या भ्रूण की हत्या एक जघन्य अपराध है तथा कानून में इसके लिए कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि कन्या भ्रूण हत्या महिलाओं के प्रति समाज का एक उपेक्षित व्यवहार है और इससे भविष्य में कई तरह की सामाजिक असंतुलन पैदा होने की स्थिति बन सकती है, जिसका सदियों तक समाधान नहीं मिल पाएगा।
इस अवसर पर प्रधान ज्ञान सिंह, उप प्रधान चरणजीत सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
सोमभद्रा ब्रांड नेम से बेहतर बनी मार्केटिंग,  स्वयं सहायता समूहों ने किया 4.32 लाख का कारोबार
ऊना, 21 दिसंबरः सोमभद्रा ब्रांड नेम मिलने के बाद से जिला ऊना के स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को एक नई पहचान मिली है। 10 अगस्त 2021 को ऊना के एमसी पार्क में सोमभद्रा का पहला मेला लगाकर इसकी शुरुआत की गई, जिसके बाद से अब तक स्वयं सहायता समूहों ने 4.32 लाख रुपए का कारोबार किया है।
पहले स्वयं सहायता समूह अलग-अलग नाम से आचार, पापड़, सेवियां जैसे उत्पाद बनाकर बेचते थे, लेकिन सोमभद्रा ने स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों में एकरूपता लाई है, जिससे इन उत्पादों की पहचान आसानी से होती है और ग्राहकों के बीच सोमभद्रा ब्रांड प्रसिद्ध हो रहा है। सोमभद्रा ने इन उत्पादों की मार्केटिंग को बेहतर बनाया है और स्वयं सहायता समूहों का मुनाफा भी बढ़ा है। ब्रांड नेम मिलने के बाद उत्पादों की बाजार में मांग बढ़ने से समूहों का सामाजिक व आर्थिक उत्थान हुआ है, जिससे उन्हें घर-द्वार पर रोजगार मिलने की राह प्रशस्त हुई है।
जिला ऊना में 1857 स्वयं सहायता समूह विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाने से जुड़े हैं, जिनमें लगभग 9000 महिलाएं आजीविका उपार्जन के लिए काम करती हैं। एक सर्वे कर जिला प्रशासन ने पाया कि जिला ऊना के स्वयं सहायता समूहों के तैयार किए जा रहे उत्पाद सभी मापदंडों पर खरा उतर रहे थे, लेकिन मार्केटिंग व लेबलिंग के अभाव में यह उत्पाद बाजार में पिछड़ रहे थे। ऐसे में समस्या का स्थाई समाधान करते हुए जिला प्रशासन ऊना ने एक अभिनव पहल की और स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को सोमभद्रा ब्रांड नाम दिया, जिससे महिला सशक्तिकरण को भी एक नया आयाम मिला। प्रथम चरण में सभी पांचों विकास खंडों से 5-5 स्वयं सहायता समूहों को सोमभद्रा के साथ जोड़ा गया।
एफएसएसएआई का लाइसेंस भी लिया
जिलाधीश राघव शर्मा ने कहा कि सोमभद्रा ब्रांड नेम के तहत जिला ऊना के सभी स्वयं सहायता समूहों को लाने का लक्ष्य रखा गया है। भविष्य में सभी स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को एक स्तर पर लाया जाएगा, ताकि उनकी पहचान अलग से बन सके और उनका देसी स्वरूप भी बरकरार रहे। सभी उत्पादों को एक स्तर पर लाने के लिए जिला प्रशासन ऊना ने उत्पाद बनाने, प्रोसेसिंग तथा पैकेजिंग के लिए समर्थ नाम से एफएसएसएआई लाइसेंस भी प्राप्त कर लिया है। पैकेजिंग को आकर्षक बनाने के लिए डीआरडीए के माध्यम से पैकेजिंग की सामग्री भी प्रदान की गई, जिसके लिए धन राशि जिला प्रशासन ने वहन की।
वोकल फॉर लोकल का नारा किया बुलंद
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल का नारा दिया है। स्वयं सहायता समूह लोकल उत्पाद तैयार करते हैं, जिन्हें बेहतर बाजार उपलब्ध करवाने की दृष्टि से सोमभद्रा ब्रांड नेम दिया गया है। उत्पादों की बिक्री के लिए मेलों का आयोजन किया जा रहा है तथा जिला ऊना के बौल में शक्ति बिक्री केंद्र खोला गया है। जिला ऊना के अन्य विकास खंडों में भी एनएच के किनारे इसी प्रकार के बिक्री केंद्र खोले जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त ऊना डाकघर में भी एक बिक्री केंद्र स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को प्रदान किया गया है। प्रदेश सरकार स्वयं सहायता समूहों की हर प्रकार से मदद कर रही है, ताकि वह सशक्त व समृद्ध बन सकें।

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