पंजाब पुलिस के स्टाफ से हाईकोर्ट बार एसोसिएशन परेशान, चीफ जस्टिस को लिखा पत्र
हाईकोर्ट में रोजाना बड़ी संख्या में आ रहे पंजाब पुलिस कर्मियों से परेशान होकर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने अब चीफ जस्टिस को पत्र लिख कर इन कर्मियों के हाईकोर्ट में आने पर रोक लगाए जाने का आग्रह कर दिया है और कहा है की हरियाणा और चंडीगढ़ पुलिस के कर्मी केसों की सुनवाई के लिए हाईकोर्ट नहीं आ रहे हैं, लेकिन पंजाब पुलिस के कर्मी रोजाना हाईकोर्ट आ जाते हैं। जबकि उनके आने की कोई जरुरत नहीं होती है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के लिए यह एक बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं क्योंकि यह पंजाब के दूरदराज के एरिया से आ रहे हैं। यह संभावित संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए इनके हाईकोर्ट में आने पर रोक लगाई जाए।
कुछ दिन पहले हाईकोर्ट के भीतर की एक फोटो वायरल हुई थी जिसमे बड़ी संख्या में पंजाब पुलिस के कर्मी कोर्ट रूम के बाहर भीड़ लगा बिन सोशल डिस्टेंसिंग के बैठे नजर आए थे। इस पर वकीलों के आपत्ति भी की थी। दरअसल कई आपराधिक केसों में जांच अधिकारी के तौर के यह पुलिस कर्मी केसों की सुनवाई के लिए आते हैं। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव चंचल सिंगला का कहना है कि जब इन्हे कोर्ट में जाने की इजाजत ही नहीं है तो क्यों हाईकोर्ट आ रहे हैं। हाईकोर्ट ने 29 जनवरी को फिजिकल हियरिंग के लिए जो एस.ओ.पी. जारी की हैं, उनमे इन पुलिस कर्मियों को कोई इजाजत नहीं दी गई है। लेकिन फिर भी रोजाना बड़ी संख्या में पंजाब पुलिस कर्मी अलग-अलग जगहों से हाईकोर्ट आ रहे हैं, इस पर रोक लगाई जाए।