Punjab
राणा गुरजीत को चन्नी के नेतृत्व में कांग्रेस के दोबारा सत्ता में लौटने का भरोसा
कपूरथला, 19 जनवरी: कांग्रेस के सीनियर नेता और तकनीकी शिक्षा मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने भरोसा व्यक्त किया है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में कांग्रेस शानदार बहुमत के साथ सत्ता में वापस लौटेगी।
यहां पार्टी वर्करों और समर्थकों की श्रृंखलाबद्ध बैठकों को संबोधित करते हुए, राणा ने कहा कि विपक्ष पूरी तरह से टूट चुका है व लोगों को सिर्फ कांग्रेस से ही उम्मीद है। पंजाब के लोग देख चुके हैं कि कांग्रेस जनहित के मामले में समझौता नहीं करती। जब पार्टी को राज्य के हित में नेतृत्व में बदलाव करना पड़ा, तो उसने समय न लेते हुए चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया, जो लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं। उन्होंने कहा कि बीते 3 महीनों के दौरान पंजाब के लोगों ने मुख्यमंत्री की मेहनत को देखा है व उन्हें एक और मौका मिलना चाहिए।
बाद में पत्रकारों से एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान राणा ने कहा कि भगवंत मान को आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश करने से कोई भी फर्क नहीं पड़ने वाला। वह मान साहब को मुख्यमंत्री उम्मीदवार नामांकित किए जाने पर बधाई देते हैं लेकिन यह भी कहना चाहते हैं कि कांग्रेस इतनी मजबूत है कि कोई भी अन्य पार्टी उसे पार नहीं पा सकती।
जबकि पार्टी के कुछ विधायकों द्वारा उनके खिलाफ उन लोगों के विधानसभा क्षेत्रों में दखल अंदाजी करने संबंधी लगाए आरोपों पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए, राणा ने कहा कि वह उन विधायको को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने अपने हलकों में उनके असर को माना है। इसका मतलब है कि इन्हें यह लगता है कि इनके हलकों में यह खुद नहीं, बल्कि वह प्रभावी है।
इसी तरह उनके बेटे राणा इंदर सिंह के सुल्तानपुर लोधी से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले उन्होंने कहा कि राणा इंदर को वह सब कुछ करने का अधिकार है, जिसे वे ठीक समझते हैं। ऐसे में सिर्फ इसलिए कि वह उनके बेटे हैं, वो चुनाव लड़ने के लिए ना काबिल नहीं हो जाते। राणा इन्द्र ने हल्के में काम किया है और उन्हें लोगों से अच्छा समर्थन मिला है व ज्यादातर कांग्रेसी वर्कर उनके साथ हैं।