
– एसआईटी सदस्य ने कहा, विदेश में बैठे दोषियों को वापस लाने के लिए हर संभव तरीका अपनाया जाएगा
– कल पटियाला में फिर होगी मजीठिया से पूछताछ
पटियाला, 17 मार्च:
बिक्रम सिंह मजीठिया केस की एसआईटी के सदस्य और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वरुण शर्मा ने आज शाम यहां पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खुलासा किया कि एसआईटी द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत ड्रग्स मामले में बिक्रम सिंह मजीठिया से पूछताछ की गई है, और यह पूछताछ 18 मार्च को भी जारी रहेगी।
शर्मा ने बताया कि एसआईटी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए विदेशों में हुए वित्तीय लेन-देन को भी शामिल किया है, क्योंकि एसआईटी पहले से ही इन संदिग्ध वित्तीय लेन-देन की जांच कर रही थी। उन्होंने बताया कि इस केस में चार दोषियों में से तीन विदेश में हैं, जिन्हें जांच प्रक्रिया में शामिल करने और कानूनी प्रक्रिया का सामना करवाने के लिए एसआईटी द्वारा ब्लू कॉर्नर नोटिस सहित हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
वरुण शर्मा ने आगे बताया कि इस केस में नामजद बिक्रम सिंह मजीठिया और उनके परिवार से संबंधित फर्मों के संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के प्रमाण एसआईटी को मिले हैं। उन्होंने बताया कि जिस समय का यह मामला है, उस दौरान इन फर्मों में बड़ी मात्रा में नकदी जमा की गई थी और विदेशी कंपनियों के साथ भी वित्तीय लेन-देन हुआ था। इन लेन-देन और नकदी जमा करने के स्रोतों में अचानक हुई वृद्धि को लेकर एसआईटी ने सवाल-जवाब किए हैं। श्री वरुण शर्मा ने बताया कि इस संबंध में आगे और पूछताछ करने के लिए बिक्रम सिंह मजीठिया को दोबारा बुलाया गया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और डीजीपी गौरव यादव के नेतृत्व में शुरू किए गए नशों के खिलाफ युद्ध के तहत एनडीपीएस एक्ट के हर मामले की गंभीरता और गहराई से जांच की जा रही है। इस केस में भी एसआईटी पूरी गहराई से जांच कर रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार अगली कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि देश और विदेश में किए गए सभी वित्तीय लेन-देन की भी गहराई से जांच की जा रही है और विदेशों में बैठे बाकी दोषियों को भारत लाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।