Punjab

पंजाब चुनाव से पहले कैप्टन और मोदीजी की जुगलबंदी, कैप्टन सरकार की नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए मोदी सरकार कर रही है प्रयास- मनीष सिसोदिया

कैप्टन सरकार ने पंजाब में 800 से ज्यादा सरकारी स्कूल किए बंद, अभिभावक बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने के लिए मजबूर-मनीष सिसोदिया

पंजाब सरकार स्कूल चलाने में रही नाकाम, सैकड़ों सरकारी स्कूल प्राइवेट संस्थाओं को सौंपे-मनीष सिसोदिया

पंजाब के स्कूलों की हालत खस्ता, स्कूल में चल रही शराब की फैक्ट्री-मनीष सिसोदिया

12 जून, नई दिल्ली

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केंद्र सरकार द्वारा कुछ दिनों पहले जारी की गए रिपोर्ट पर सवाल उठाए जिसमें पंजाब के खस्ताहाल पड़े सरकारी स्कूलों को देश में न.1 बताया गया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ये रिपोर्ट केंद्र की मोदी सरकार और पंजाब की कैप्टन सरकार की 2022 के चुनावों से पहले की जुगलबंदी को दिखाता है। क्योंकि जिस राज्य के स्कूलों में शराब की फैक्ट्री पाई गई हो, 2-3 वर्षो में 800 सरकारी स्कूलों को बंद करना पड़ा हो उसे न.1 का तमगा देना सिर्फ और सिर्फ राजनीति जुगलबंदी का हिस्सा है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट में पंजाब के खस्ताहाल पड़े सरकारी स्कूल जिनमें न बुनियादी ढांचे है और न ही बुनियादी  सुविधाएं उन्हें शानदार बता रही है और दिल्ली के स्कूलों को बेकार बता रही है। ये रिपोर्ट पंजाब के चुनाव से पहले कैप्टन सरकार को मोदी जी के आशीर्वाद के रूप में मिला है।पिछले पंजाब चुनाव से पहले भी कैप्टन साब को मोदी जी का आशीर्वाद मिला था कैप्‍टन साहब को और इस बार भी इसकी भूमिका बनानी शुरू कर दी गयी है  उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ये रिपोर्ट उस समय जारी किया गया है जब पंजाब की जनता कैप्टन सरकार से पिछले 4 साल में शिक्षा को लेकर उनके किए गए कामों का हिसाब मांग रही है कि अबतक पंजाब के स्कूल ठीक क्यों नहीं हुए।

पंजाब के सरकारी स्कूलों की बदहाल स्थिति के बारे में बताते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों में न पढ़ाई हो रही है, न ही उनके बुनियादी ढांचे को सुधारने पर कोई काम किया गया है। लेकिन मोदी जी कैप्टन सरकार की नाकामियों पर अपनी रिपोर्ट के द्वारा पर्दा डालने का प्रयास कर रहे है। उपमुख्यमंत्री ने पंजाब के सरकारी स्कूलों की असलियत बताते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों के बदतर हालात के कारण पंजाब में अभिभावकों को अपने बच्चों को मजबूरी में प्राइवेट स्कूलों में पढ़ना पड़ रहा है। हालात ये है कि पंजाब के सरकारी स्कूल में शराब की फैक्ट्री पाई गई है। कैप्टन सरकार इस कदर नाकाम हो चुकी है कि पंजाब में पिछले 2-3 साल में ही 800 से ज़्यादा सरकारी स्कूलों को बंद करना पड़ा है और सैकड़ों सरकारी स्कूलों को चलाने के लिए निजी संस्थानों को सौंप दिया गया है। अब खबर तो यह भी आ रह है कि थोड़े दिन में मोदी जी एक रिपोर्ट जारी करेंगे जिसमें वे कहेंगे कि पंजाब मे कैप्‍टन साहब के सारे सरकारी अस्‍पताल भी बहुत बढ़िया हैं। ये जुगलबंदी है मोदी जी की और कैप्‍टन साहब की। पंजाब के सरकारी स्‍कूल जो पूरी तरह से बदहाल हैं वहां पर न पढ़ाई हो रही है, न कोई सुविधा है, न वहां कोई काम हुआ है। कैप्‍टन साहब के पिछले पांच साल के शिक्षा के क्षेत्र में नाकामी को छिपाने के लिए मोदी जी ने रिपोर्ट जारी की है कि कैप्‍टन साहब के सरकारी स्‍कूल बहुत शानदार हैं। अगर आपको पंजाब के सरकारी स्‍कूलों की हालत देखनी हैं तो पंजाब के आम आदमी से पूछो, उन पेरेंट्स से पूछो जो अपने बच्‍चों को मजबूरी में प्राइवेट स्‍कूल में पढाने के लिए विवश हैं।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कैप्टन सरकार ने पंजाब की शिक्षा व्यवस्था का मज़ाक बनाकर रख दिया है और उसे और बदतर बनाने में मोदी जी पर्दे के पीछे से कैप्टन साहब को आशीर्वाद दे रहे है उनका समर्थन कर रहे है। रिपोर्ट आने के बाद से ही पंजाब सरकार लगातार विज्ञापन देकर अपनी पीठ थपथपा रही है और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी नाकामियों को मोदी जी की रिपोर्ट और विज्ञापनों के आड़ में छुपा रही है।

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