बेटे को फर्जी मामले में फंसा उसकी मां से बलात्कार मामले की जांच के लिए बनी एस.आई.टी. हाईकोर्ट ने की भंग
बेटे को फर्जी मामले में फंसा उसकी मां से बलात्कार मामले की जांच के लिए बनी एस.आई.टी. हाईकोर्ट ने की भंग
हाई कोर्ट ने कहा, इस एस.आई.टी. में एक भी महिला नहीं, अब तीन महिला ऑफिसर्स की बनाई नई एस.आई.टी.
बठिंडा में एक पुलिस कर्मी ने एक महिला के बेटे को फर्जी मामले में फंसकर उसकी मां के साथ बलात्कार करने के मामले में हाईकोर्ट ने अब एस.एस.पी. की अध्यक्षता में गठित तीन अधिकारीयों की एस.आई.टी. को भंग करते हुए अब तीन महिला ऑफिसर की नई एस.आई.टी. बना इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
हाईकोर्ट ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में असंवेदनशीलता दिखाई है और मामले की जांच के लिए बनाई एस.आई.टी. में एक भी महिला ऑफिसर को शामिल नहीं किया है। इसलिए हाईकोर्ट ने इस एस.आई.टी. को भंग कर अब इस मामले की जांच के लिए ए.डी.जी.पी गुरप्रीत दियो, एस.एस.पी. डी सुधरवीजी और डी.एस.पी. प्रभजोत कौर की नई एस.आई.टी. बना जांच के आदेश दे दिए हैं। पहले पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एस.एस.पी. सुरिंदर पाल सिंह, डी.एस.पी. परमजीत सिंह और एस.एच.ओ. गुरमीत सिंह की एस.आई.टी. बनाई थी, जिसे अब हाईकोर्ट ने भंग कर दिया है।
यह मामला बेहद ही सुर्ख़ियों में रहा था। एक एस.आई. गुरविंदर सिंह ने एक महिला के बेटे को फर्जी मामले में फंसा उससे सम्बन्ध बनाने और 2 लाख रूपए की मांग की थी। महिला ने एक लाख रूपए दे दिया, फिर भी आरोपी पुलिस कर्मी ने उससे बलात्कार किया और इससे तंग आ कर महिला ने अपने गांववालों को इसकी जानकारी दी और आरोपी पुलिस कर्मी को रंगे हाथों पकड़वा दिया। पुलिस ने बाद में आरोपी पुलिस कर्मी के खिलाफ मामला दर्ज कर एस.आई.टी. बना जांच शुरू कर दी। महिला ने हाईकोर्ट को बताया कि जांच सही तरीके से नहीं की जा रही है। इसी पर हाईकोर्ट ने अब नई एस.आई.टी. बना जांच के आदेश दे दिए हैं।