Punjab
कैप्टन पर शनि पड़ा भारी, गया राजयोग
पंजाब के मुख्यमंत्री के पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज इस्तीफा दे दिया, आज शनिवार है तो अब यह कहा जाने लगा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह पर शनि भारी पड़ गया। अगर ज्योतिष शास्त्र की नजर से देखें तो शनि का प्रकोप भी कुछ इसी तरह से शुरू होता है।
ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के अनुसार जब शनि किसी पर मेहरबान होते हैं तो उस शख्स को रंक से राजा बनते देर नहीं लगती, लेकिन जब शनि का प्रकोप किसी व्यक्ति पर होता है तो ठीक इससे उल्टा होता है। यानी की राजा को रंक बना देता है। ठीक ऐसा ही आज कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ हुआ है। आज कैप्टन का राजयोग फ़िलहाल तो ख़त्म होता नजर आ रहा है। सूत्रों की माने तो रात 12 बजे जैसे ही शनिवार शुरू हुआ उसी वक्त कांग्रेस हाई कमान से मुख्यमंत्री को बदलने को लेकर संकेत दे दिए गए थे और सुबह यह साफ़ हो गया कि पिछले साढ़े चार सालों से पंजाब के मुख्यमंत्री के पद पर काबिज कैप्टन अमरिंदर सिंह अपन पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं और अब उनकी जगह किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
शनि का प्रकोप का एक यह भी संकेत है कि जैसे ही शनि का प्रकोप शुरू होता है तो अपने भी साथ छोड़ने लगते हैं और कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ भी यही हुआ। अब तक उनके साथी रहे अधिकतर उनका साथ छोड़ रहे हैं साफ़ है कि शनि कैप्टन पर भारी पड़ गया है। लेकिन कैप्टन को इतनी जल्दी ख़ारिज नहीं किया जा सकता है। वह राजनीति के मंझे खिलाडी है और जल्द ही वह कुछ एक नई चाल के साथ सामने आएंगे और आज इस्तीफा देने के बाद उन्होंने इसके संकेत भी दे दिए हैं।
ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के अनुसार जब शनि किसी पर मेहरबान होते हैं तो उस शख्स को रंक से राजा बनते देर नहीं लगती, लेकिन जब शनि का प्रकोप किसी व्यक्ति पर होता है तो ठीक इससे उल्टा होता है। यानी की राजा को रंक बना देता है। ठीक ऐसा ही आज कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ हुआ है। आज कैप्टन का राजयोग फ़िलहाल तो ख़त्म होता नजर आ रहा है। सूत्रों की माने तो रात 12 बजे जैसे ही शनिवार शुरू हुआ उसी वक्त कांग्रेस हाई कमान से मुख्यमंत्री को बदलने को लेकर संकेत दे दिए गए थे और सुबह यह साफ़ हो गया कि पिछले साढ़े चार सालों से पंजाब के मुख्यमंत्री के पद पर काबिज कैप्टन अमरिंदर सिंह अपन पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं और अब उनकी जगह किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
शनि का प्रकोप का एक यह भी संकेत है कि जैसे ही शनि का प्रकोप शुरू होता है तो अपने भी साथ छोड़ने लगते हैं और कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ भी यही हुआ। अब तक उनके साथी रहे अधिकतर उनका साथ छोड़ रहे हैं साफ़ है कि शनि कैप्टन पर भारी पड़ गया है। लेकिन कैप्टन को इतनी जल्दी ख़ारिज नहीं किया जा सकता है। वह राजनीति के मंझे खिलाडी है और जल्द ही वह कुछ एक नई चाल के साथ सामने आएंगे और आज इस्तीफा देने के बाद उन्होंने इसके संकेत भी दे दिए हैं।