कबड्डी खिलाड़ी के कत्ल केस के मुख्य साजिशकर्ता पुलिस की गिरफ्त में ; 2 शूटरों समेत 5 और गिरफ्तार
चंडीगढ़ /जालंधर, 05 जूनः
सीनियर पुलिस कप्तान, जालंधर (ग्रामीण), स्वप्न शर्मा, ने रविवार को बताया कि पंजाब पुलिस ने अंतर राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी के हाई प्रोफाइल कत्ल केस के सम्बन्ध में 05 और व्यक्तियों समेत 2 शूटरों को गिरफ्तार किया है, जिससे कुल संख्या 09 हो गई है।
गिरफ्तार किये व्यक्तियों की पहचान हरविन्दर सिंह उर्फ फ़ौजी निवासी बुलन्दशर, विकास माहले निवासी गुड़गांव, हरियाणा, सचिन धौलिया निवासी अलवर, राजस्थान, मनजोत कौर निवासी संगरूर और यादविन्दर सिंह निवासी पीलीभीत, यू.पी. के तौर पर की गई है। पुलिस की तरफ से इनके पास से 7पिस्तौल समेत 5विदेशी .30 बोर पिस्तौल और दो .315 बोर कंटरीमेड पिस्तौल और 3वाहन महेन्दरा ऐक्स.यू.वी, टोयटा ईटीयोस और हुंडयी वर्ना भी बरामद किये गए हैं।
ज़िक्रयोग्य है कि 14 मार्च, 2022, को शाम 06 बजे के करीब गाँव मल्लियां में चल रहे कबड्डी मैच के दौरान पाँच अज्ञात हमलावरों की तरफ से सन्दीप सिंह उर्फ सन्दीप नंगल अंबीया के तौर पर जाने जाते कबड्डी खिलाड़ी की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।
सीनियर पुलिस कप्तान ने बताया कि हरविन्दर सिंह उर्फ फ़ौजी, जिसको बुलन्दशर, यू.पी. से पकड़ा गया था और जोकि इस कत्ल में मुख्य कोरडीनेटर था, ने ही शार्प शूटरों को आने जाने के लिए वाहन, हथियार, सेफ हाउस, हथियारों को हैंडल करने के लिए ट्रेनिंग, वित्तीय सहायता और जुर्म को अंजाम देने के लिए रेकी करने के लिए सहायता दी थी।
उन्होंने बताया कि फरीदाबाद से पकड़े गए एक अन्य दोषी विकास माहले, मुख्य शूटर को गोलीबारी करने वालों की पहचान करने और उनको प्रशिक्षण देने का काम सौंपा गया था और बाद में उसने भी फ़ौजी के साथ मिल कर सन्दीप की टारगेट कीलिंग को अंजाम दिया था। जांच के दौरान विकास माहले ने पंजाब में दो कत्ल मामलों में अपनी भूमिका का खुलासा किया है, जिन संबंधी पुलिस को पहले पता नहीं था।
और जानकारी देते हुए एस.एस.पी. जालंधर (ग्रामीण) श्री स्वप्न शर्मा, आई.पी.एस. ने बताया कि सचिन धोलिया और मनजोत कौर को कौशल डागर गिरोह के सदस्यों को पनाह देने और उनको बचकर निकलने के लिए सुरक्षित रास्ता मुहैया करवाने के दोषों में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा कि पिछले 3हफ़्तों में पुलिस ने इस ग्रिरोह के सदस्यों द्वारा छिपने के लिए इस्तेमाल किये जाते 18 टिकानों की पहचान करके छापेमारी की है और इस मामले में कई व्यक्तियों को नामज़द किया है।
एस.एस.पी. जालंधर (ग्रामीण) ने बताया कि पाँचवाँ दोषी यादविन्दर सिंह, जो जुझार सिंह का नज़दीकी साथी है, गिरोह के सदस्यों के बीच मध्यस्थ का काम करता था।
इस दौरान 19 मार्च को पुलिस ने 4मुख्य साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार करके इस केस की गुत्थी सुलझायी थी। इन दोषियों की पहचान फतेह सिंह उर्फ जुवराज़ निवासी संगरूर, गुरूग्राम हरियाणा के नाहरपुर रूपा के कौशल चौधरी, हरियाणा के गाँव महेशपुर पलवन के अमित डागर, गाँव माधोपुर, पीतीभीत, यू.पी. के रहने वाले सिमरजीत सिंह उर्फ जुझार सिंह के तौर पर हुई है। यह चारों मुलजिम हिस्ट्रीशीटर हैं और 20 से अधिक अपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। इनमें से ज़्यादातर कत्ल और इरादा कत्ल के मामलों के अंतर्गत अलग-अलग जेलों में बंद थे और इनको प्रोडक्कशन वारंट पर लाया गया था।
शूटरों की प्रोफाइलः
1. दिल्ली, हरियाणा और पश्चिमी यू.पी. में सक्रिय कौशल डागर गैंग का मुख्य कुआर्डीनेटर हरविन्दर सिंह उर्फ फ़ौजी 18 साल की हथियारबंद सेवा निभाने के बाद इस साल फरवरी में 6जाट बटालियान से सेवा मुक्त हुआ था, वह हिस्ट्री शीटर है और पश्चिमी यू.पी. और हरियाणा के अलग-अलग जिलों में कत्ल, हथियारबंद डकैती और जबरन वसूली से सम्बन्धित कम से कम 21 अपराधिक मामलों का सामना कर रहा है। उसके विरुद्ध दर्ज़ कई केसों में वह भगौड़ा था।
2. विकास माहले, जिसके खि़लाफ़ हरियाणा में कत्ल और जबरन वसूली से सम्बन्धित 9अपराधिक मामले दर्ज़ हैं, ने जांच के दौरान पंजाब में कत्ल के दो मामलों में अपनी भूमिका कबूली है, जिनके बारे पुलिस को पहले नहीं पता था। जून 2021 में सुखमीत सिंह डिप्टी एक ट्रांसपोटर को जालंधर शहर में अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मार दी थी। अब पता लगा है कि विकास माहले ने अन्य के साथ मिल कर इस कत्ल को अंजाम दिया था। जनवरी 2022 में मनप्रीत छल्ला और मनप्रीत विक्की नाम के दो व्यक्तियों, जो कि एक मारे गए गैंगस्टर कुलवीर नरूआना के दोनों साथी थे, को अज्ञात व्यक्तियों ने बठिंडा में गोली मार दी थी। विकास से पूछताश से पता लगा है कि यह दोनों कत्ल भी उसने संगरूर के एक अन्य गैंगस्टर फतह नगरी की गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए किये थे। मनप्रीत छल्ला ने कथित तौर पर पुलिस को कुलवीर नरूआना कत्ल कांड में फतह नगरी की भूमिका के बारे सूचित किया था।