पोस्ट मीट्रिक स्कीम की तरह कृषि विभाग में किसानो के लिए आये केंद्र के पैसे का दुरूपयोग , मामला केंद्र के पास पहुंचा
पोस्ट मीट्रिक स्कीम की तरह कृषि विभाग में किसानो के लिए आये केंद्र के पैसे का दुरूपयोग , मामला केंद्र के पास पहुंचा
किसानो के लिए केंद्र से आये पैसे का दुरूपयोग , रेगुलर जाँच करवने की सिफारश
पंजाब में पोस्ट मेट्रिक स्कीम के पैसे के दुरूपयोग का मामला सामने आने के बाद अब कृषि विभाग ने किसानो के आमदन दुगनी करने के लिए केंद्र से आये पैसे में धाँधलीयो का मामला सामने आया है और यह मामला केंद्र सरकार में पास पहुँच गया है ।सूत्रों का कहना है के किसानो के लिए सी आर एम स्कीम के तहत केंद्र से जो पैसा किसानो को कृषि से जुड़े साजो सामान के लिए पैसा आया था उसका सही इस्तेमाल नहीं हुआ है।
यह मामला उस समय सामने आया जैसे ही चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार में रणदीप सिंह नाभा को कृषि मंत्री बनाया गया उन्होंने इस मामले में जाँच करवाई तब जाकर सामने आया कि सी आर एम स्कीम कि तहत 1147 करोड़ रुपए केंद्र सरकार से किसानो को साजो सामान देने के लिए थे लेकिन जाँच में समय आया के 1147 करोड़ के किसानी के जुड़ा सामान दिया ही नहीं गया है इस मामले में रणदीप नाभा ने कृषि विभाग के सचिव दिलराज सिंह को जाँच के आदेश दिए थे जिन्हो ने जाँच कर अपनी रिपोर्ट मंत्री को सोपते हुए कहा कि इस मामले में जाँच होनी चाहिए जिस के बाद रणदीप सिंह नाभा ने केंद्र सरकार को पत्र लिख कर इस मामले की जाँच करवाने को कहा था नाभा ने केंद्र सरकार को लिखे पत्र में कहा कि सी आर एम स्कीम के तहत केंद्र से पंजाब को मिले पैसे में बड़ी धांधली हुई है इस की केंद्र सरकार अपने स्तर पर जाँच करवाए
इस मामले में जब पूर्व मंत्री नाभा ने बात की गई तो उन्होंने कहा कि सी आर एम स्कीम के तहत 1147 करोड़ रुपए केंद्र से आये थे लेकिन जब इस की जाँच की गई तो सामने आया कि जी किसानो को संद दिए गये थे उसकी कीमत 1147 करोड़ नहीं बन रही थी उन्होंने कहा कि इसकी फिज़िकली जाँच करवाई गई तो संदो की कीमत कम निकली थी इस लिए उन्हों ने यह मामला पंजाब मंत्रीमंडल की बैठक में भी उठाया था नाभा ने कहा कि वह केंद्र सरकार के जवाब का इंतजार कर रहे है ।