स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह द्वारा तेज कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन और पुलिस की सराहना
नशा तस्करों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति के तहत सख्त कार्रवाई की जा रही है – स्वास्थ्य मंत्री
पंजाब सरकार के ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं – अब तक लगभग 20,000 व्यक्तियों ने नशा छोड़ा
चंडीगढ़/मोगा, 8 नवंबर
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज यहां बताया कि पंजाब पुलिस ने मोगा सिविल अस्पताल से दिवाली की रात नशा छुड़ाने वाली दवाइयों की चोरी के मामले में तेज़ी से कार्रवाई करते हुए आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने इस मामले को शीघ्र सुलझाने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस की सराहना की।
यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने चोरी को एक गंभीर अपराध करार देते हुए भरोसा दिलाया कि आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मोगा सिविल अस्पताल से नशा छुड़ाने वाली गोलियां चोरी करने में शामिल आरोपी को कुछ ही दिनों में गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसके लिए मैं जिला प्रशासन और पुलिस के प्रयासों की प्रशंसा करता हूं।
उन्होंने दोहराया कि मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के तहत नशा तस्करों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई है।
डॉ. बलबीर सिंह ने ज़ोर देकर कहा कि राज्य सरकार की “युद्ध नशों विरुद्ध” मुहिम इस बुराई के खात्मे के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है और इसके प्रभावशाली परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के शुरू होने के बाद से अब तक लगभग 20,000 व्यक्तियों ने नशे का सेवन छोड़ दिया है।
केस की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिवाली की रात को मोगा सिविल अस्पताल से नशा छुड़ाने वाली दवाइयों की चोरी हुई थी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी के पास से कुल 10,150 गोलियां बरामद की गई हैं, जबकि आरोपी ने लगभग 850 गोलियां बेच दी थीं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री के साथ धर्मकोट के विधायक दविंदरजीत सिंह लाडी ढोस, डिप्टी कमिश्नर सागर सेतिया, एसएसपी अजय गांधी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।
डॉ. बलबीर सिंह ने स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मज़बूत करने के लिए राज्य सरकार के व्यापक प्रयासों का जिक्र किया, जिनमें 1400 डॉक्टरों की भर्ती, 1000 और नर्सों की भर्ती की चल रही प्रक्रिया और अस्पतालों में 350 प्रकार की दवाओं की मुफ़्त उपलब्धता शामिल है। उन्होंने आगे बताया कि कोट इसे खां में नशा छुड़ाने केंद्र को सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है, जिसके माध्यम से अब तक लगभग 1000 व्यक्तियों ने नशा छोड़ दिया है।
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