Punjab

राज्य की जनता को फ्री बिजली नहीं, बल्कि 24 घंटे बिजली चाहिए : शर्मा

बिजली के अघोषित कटों से राज्य के खजाने व उद्योग को हो रहे आर्थिक नुक्सान के लिए कैप्टन जिम्मेवार : अश्वनी शर्मा

 चंडीगढ़: 2 जुलाई (  ), पंजाब में बिजली के अघोषित कटों को लेकर जहाँ लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर हैवहीं भारतीय जनता पार्टी भी बिजली के इन अघोषित कटों से राज्य के उद्योग को हो रहे आर्थिक नुक्सान व आम जनता की रोज़ाना की मुश्किलों को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रही हैं। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में राज्य के हालात बद से बदतर हो गए हैं और इसके लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जिम्मेवार हैं। उन्होंने कहाकि राज्य की जनता फ्री बिजली नहीं बल्कि 24 घंटे बिजली मांग रही है, क्यूंकि वो उसके लिए मूल्य भरती है।

अश्वनी शर्मा ने कहा कि राज्य का पावर डिस्टीब्यूशन सिस्टम 13000 मेगावाट से ज्यादा का बोझ नहीं संभाल सकता, कैप्टन ने इसे बढ़ाने के लिए कोई कदम नहीं उठाये। कैप्टन की नाकामी का सबूत इस बात से भी साफ़ हो जाता है कि पंजाब के सभी सरकारी विभागों के कर्मचारी काम छोड़ कर अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। कैप्टन ने पंजाब को गिरवी रख दिया है।

               अश्वनी शर्मा ने कहाकि कैप्टन सरकार ने राज्य की लुटिया ही डुबो दी है। उन्होंने कहाकि बिलजी के बिल भरने के बावजूद भी जब लोगों को बिजली नहीं मिल रही तो लोगों का ये गुस्सा जायज भी है। क्योंकि गर्मी की मार झेल रहे लोग अब सड़कों पर उतर कर विरोध कर रहे हैं। पंजाब के लगभग सभी जिलों में लगातार बिजली के 10 से 12 घंटे के लंबे-लंबे कट लग रहे हैं। शर्मा ने नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पंजाब की जनता के हक में कैप्टन के खिलाफ बिजली के मुद्दे पर बोलने पर व्यंग्य कसते हुए कहाकि पहले अपने घर का बिजली का बिल तो भर लो, बाकियों की चिंता बाद में करना! क्या सिद्धू को साढ़े चार साल कैप्टन की बिजली से संबंधित कारगुजारी दिखाई नहीं दी, जो अब शोर मचाने लगे हैं? सिद्धू मौकाप्रस्त हैं और अपनी सियासी कुर्सी बचाने के लिए हर वक्त कोई ना कोई मौका ढूँढ़ते रहते हैं।

अश्वनी शर्मा ने कहाकि कैप्टन ने भाजपा सरकार द्वारा पंजाब में बिजली के लिए बनाए गए बुनियादी ढांचे को कैप्टन सरकार द्वारा न उसे आगे बढ़ाया गया और न ही उसे मेंटेन किया गया। हमारी सरकार में बिजली सरप्लस हो गयी थीजिसे हम दूसरे राज्यों को बेचने लगे थे। लेकिन आज कैप्टन की नालाईकी के चलते वो सब कुछ धाराशाही हो गया है और पंजाब बिजली की दिक्कतों से जूझ रहा है। रोज़ाना कट लग रहे हैं और इंडस्ट्री बंद पड़ी है। शर्मा ने कैप्टन से सवाल किया कि आपने साढ़े चार वर्ष के शासनकाल में बताएं कि उन्होंने पी.एस.पी.सी.एल. के अधिकारीयों के साथ कितनी बैठकें की हैंकैप्टन ने एक भी बैठक इन अधिकारीयों के साथ नहीं की। आज थर्मल प्लांट बंद पड़े हैंक्यूंकि उन्हें मेंटेन नहीं किया गया। अब उन्हें दोबारा चालू करने के लिए कैप्टन सरकार हाथ-पैर मार रही है। अश्वनी शर्मा ने कहाकि कैप्टन ने अगर ये सब समय पर किया होता तो आज पंजाब की जनता को यह दिन ना देखने पड़ते।

 

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