BIG BREAKING : करोड़ों के सिंचाई घोटाले में मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया ने दी क्लीनचिट, लेकिन मुख्यमंत्री ने फिर खोली जांच
पंजाब में अकाली-भाजपा सरकार के समय हुए करोड़ों रूपए के सिंचाई घोटाले के साढ़े चार सालों के बाद जल संसाधन विभाग ने इस घोटाले के अधिकारीयों को क्लीनचिट दे दी है, जिस पर जल संसाधन मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया ने मोहर लगाते हुए फ़ाइल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मंजूरी के लिए भेज दी लेकिन इस पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सवाल उठाते हुए मामले की विजिलेंस रिपोर्ट मांग ली है। सूत्रों के अनुसार सिंचाई घोटाले की जांच विभाग ने अपने स्तर पर की थी और जिसमे विभाग ने अब इस घोटाले में अधिकारीयों को क्लीनचिट दे दी है जबकि यह मामला अभी अदालत में है।
इस घोटाले के दोषी अधिकारीयों की जमानत पंजाब के एडवोकेट जनरल अतुन नंदा ने हाई कोर्ट से ख़ारिज करवा दी थी और वह मामला अभी निचली अदालत में लेकिन मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया ने अब इस घोटाले में अधिकारीयों को क्लीनचिट दे दी और इसकी फाइल मार्च महीने में ही मुख्यमंत्री को भेज दी थी और इस रिपोर्ट पर उनकी मंजूरी मांगी गई थी। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह रिपोर्ट देखने के बाद साफ़ कह दिया था कि इस मामले की जांच विजिलेंस ने की है, इसलिए पहले विजिलेंस से ही क्लीनचिट लेकर आओ। अगर इस मामले में विभाग अधिकारीयों को क्लीनचिट देता है तो उससे अदालत में चला रहा यह केस प्रभावित होगा।
यह भी सामने आया है कि मुख्यमंत्री ने विभाग की इस रिपोर्ट को एक तरफ रखते हुए विजिलेंस को इस मामले की जांच जारी रखने और आगे जांच के भी आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री के इस आदेश से विभाग ने उन अधिकारीयों में हड़कंप मच गया है, जिनके नाम इस घोटाले में शामिल बताए गए हैं और जिन्हे क्लीनचिट देने की रिपोर्ट मंत्री ने ही मुख्यमंत्री को भेजी थी।