सिद्धू के ट्वीट के बाद भगवंत मान की बढ़ी बेचैनी, कुर्सी खतरे में नजर आने लगी
कहा, विपक्ष में मुझसे सवाल पूछने की हिम्मत तो भी वे मेरे जन-समर्थक एजेंडे से अलग नहीं हो सकते
अभी नवजोत सिद्धू ने आप को लेकर अपना रुख नरम ही किया था कि इसको लेकर भगवंत मान को अपनी कुर्सी खतरे में नजर आने लग गई है। सिद्धू के ट्वीट पर मान ने तत्काल जवाब देते हुए कह दिया कि वो जानते हैं कि पंजाब के लिए कौन काम करता है।
भगवंत मान के इस ट्वीट का सिद्धू ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर विपक्ष मुझसे सवाल करने की हिम्मत करता है, तो भी वे मेरे जन-समर्थक एजेंडे से बच नहीं सकते हैं बाकि वो अपनी किस्मत के खुद मालिक हैं।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब सिद्धू को लेकर भगवंत मान हमेशा ही असहज रहे हैं। सिद्धू ने जब भाजपा छोड़ी थी, तब कयास लगाए जा रहे थे कि सिद्धू आप में शामिल हो सकते हैं और सभी को उम्मीद थी वह शायद आप का मुख्यमंत्री का चेहरा भी बन जाएं। तब भी भगवंत मान को यह हजम नहीं हुआ था। क्योंकि मान भी मुख्यमंत्री पद के लिए खुद को दावेदार मानते रहे हैं। यही कारण था कि मान ने नवजोत सिद्धू के शामिल करने को लेकर तब भी पार्टी के भीतर विरोध किया था। यहां तक कि मान की महत्वकांक्षा के कारण ही सुच्चा सिंह छोटेपुर की भी बलि ले ली गई थी। इसका खामिया 2017 के चुनावों में आप को उठाना भी पड़ा था। चाहे आप उस चुनाव में 20 सीटें जितने में कामयाब रही थी, लेकिन सबका यह मानना था कि अगर सिद्धू आप में होते तो आप इससे कई ज्यादा सीटें जीत सकती थी।