Punjab
होम आइसोलेशन में तबीयत खराब हो, तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दें जानकारीः एसडीएम
होम आइसोलेशन में रहे रहे मरीजों का एसडीएम ऊना ने जाना हाल
ऊना (14 मई)- एसडीएम ऊना डॉ. निधि पटेल ने आज ऊना में होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे कोरोना संक्रमितों का घर जाकर कुशलक्षेम पूछा। नगर परिषद ऊना टीम के साथ एसडीएम ने रामपुर रोड व पोस्टल कॉलोनी में निरीक्षण किया तथा कोरोना संक्रमितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
डॉ. निधि पटेल ने होम आइसोलेशन वाले मरीजों को कहा कि अपने ऑक्सीजन लेवल का स्तर की निगरानी रखें। उन्होंने कहा कि अपने बुखार आदि अन्य स्वास्थ्य मापदंडों पर भी नजर रखें तथा अगर तबीयत ठीक न हो तो इसकी जानकारी तुरंत स्वास्थ्य विभाग दें, ताकि उन्हें सही समय पर सही इलाज मिल सके। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें कोविड केयर केंद्र में शिफ्ट किया जाएगा।
एसडीएम ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीजों का अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ 17 दिन तक घर में ही रहना अनिवार्य है तथा घर से बाहर निकलना संक्रमण के फैलाव को बढ़ा सकता है। ऐसे में सभी प्रशासन का सहयोग करें तथा कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने में मदद करें।
नंदा अस्पताल को कोविड हेल्थ सेंटर का दर्जा, ऑक्सीजन युक्त 35 बेड मिलेंगेः डीसी
जिला प्रशासन ने शुरू की उप-मंडल स्तर पर बनाए डीसीसीसी बनाने की तैयारी
डीसी, एडीसी तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने विभिन्न स्थानों का किया निरीक्षण
ऊना (14 मई)- जिला प्रशासन ने नंदा अस्पताल ऊना को सेकेंडरी लेवल कोविड केयर हेल्थ सेंटर का दर्जा प्रदान कर दिया है तथा यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन युक्त 35 बेड की व्यवस्था होगी। इस बात की जानकारी देते हुए उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन ऊना ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ सकती है, ऐसे में उप-मंडल स्तर पर डीसीसीसी बनाने तथा बेड क्षमता बढ़ाने की प्रयास जारी है।
कोरोना संक्रमितों के लिए बेड क्षमता बढ़ाने को लेकर जिलाधीश ऊना राघव शर्मा, एडीसी डॉ. अमित कुमार शर्मा, सीएमओ डॉ. रमण कुमार शर्मा तथा डॉ. निखिल ने मिलकर आज जिला में विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया। अजौली में डॉ. शेरगिल अस्पताल, बाथू में कॉमन फेसिलिटी सेंटर, बाबा ढांगूवाले बीटन अस्पताल, अंबोटा पॉलीटेक्निक कॉलेज तथा दौलतपुर चौक में लक्खी अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने के लिए टीम ने दौरा किया।
उपायुक्त ने कहा कि लक्खी अस्पताल दौलतपुर चौक में एक फ्लोर पर आक्सीजन युक्त 20-25 बेड कोरोना संक्रमितों के लिए सुरक्षित रखने का अस्पताल प्रबंधन ने आश्वासन प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 संक्रमितों को यहां इलाज के शिफ्ट किया जाएगा तथा इसे डीसीएचसी की तरह प्रयोग में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अंबोटा पॉलीटेक्निक कॉलेज में एक छात्रावास में 50 बेड लगाने की व्यवस्था की जा सकती है तथा इसे डीसीसीसी की तरह इस्तेमाल किया जाएगा, जहां पर कम लक्षणों वाले मरीजों को रखा जा सकेगा।
राघव शर्मा ने बताया कि बाबा ढांगूवाले अस्पताल बीटन तथा डॉ. शेरगिल अस्पताल में भी आवश्यकता के अनुसार कुछ बेड लगाने की व्यवस्था की जा सकती है। उन्होंने कहा कि किन्ही कारणों से अगर पंडोगा में प्रस्तावित मेक शिफ्ट अस्पताल में व्यवस्थाएं बनाने में देरी होती है तो बाथू के सामान्य सुविधा केंद्र में हॉल को इस्तेमाल करने की इंतजाम किया जाएगा। उन्होंने जरूरत के मुताबिक निजी अस्पतालों को भी कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
उन्होंने साफ किया कि अभी तक जिला में कोरोना के मरीजों के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं लेकिन बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन आने वाले दिनों की तैयारी में लगा हुआ है।
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