चंडीगढ़ में भी दर्ज हैं पंजाब के 28 नेताओं के खिलाफ एफ़.आई.आर., देखें इनके नाम
चंडीगढ़ में भी दर्ज हैं पंजाब के 28 नेताओं के खिलाफ एफ़.आई.आर., देखें इनके नाम
पंजाब के पूर्व और मौजूदा सांसदों और विधायकों के खिलाफ सिर्फ पंजाब में ही मामले दर्ज नहीं हैं, बल्कि पंजाब के ऐसे 28 नेता हैं जिनके खिलाफ चंडीगढ़ में भी एफ़.आई.आर. दर्ज हैं और मजे की बात है कि यह सभी एफ़.आई.आर. अभी अंडर इन्वेस्टिगेशन ही हैं, किसी भी एफ़.आई.आर. पर चंडीगढ़ पुलिस ने जांच ही पूरी नहीं की है।
सोमवार को हाईकोर्ट ने इस पर चंडीगढ़ के एस.एस.पी. कुलदीप चहल से पूछा कि क्यों अभी तक इन सभी एफ़.आई.आर. की जांच अंडर इन्वेस्टिगेशन हैं तो एस.एस.पी. ने कहा कि कोरोना कोवीड-19 के कारण इन केसों की जांच में देरी जरूर हुई है, लेकिन अब इन सभी केसों की शीघ्र ही जांच पूरी कर ली जाएगी। चंडीगढ़ की ओर से डी.जी.पी. संजय बेनीवाल ने हाईकोर्ट में एफिडेविट देते हुए बताया है कि चंडीगढ़ में 28 पूर्व और मौजूदा सांसदों और विधायकों के खिलाफ 7 एफ.आई.आर. दर्ज हैं।
इन नेताओं के खिलाफ इस धारा में दर्ज हैं चंडीगढ़ में एफ़.आई.आर.
-आप संसद भगवंत मान, एम.एल.ए. हरपाल चीमा, अमन अरोड़ा और गुरमीत सिंह हीर के खिलाफ पिछले साल 10 जनवरी को आई.पी.सी. की धारा-147,149, 332, 353 और 188 क तहत दर्ज की गई थी।
-अकाली नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया और बलविंदर सिंह भुंदड़ के खिलाफ पिछले साल 7 अगस्त को आई.पी.सी. की धारा-188 के तहत और 8 अगस्त को प्रेम सिंह चंदूमाजरा और हरिंदर पाल सिंह चंदूमाजरा के खिलाफ धारा-188 के तहत एफ़.आई.आर. दर्ज की गई थी।
-सिमरनजीत सिंह ढिल्लों के खिलाफ 10 अगस्त को धारा-188 के तहत एक एफ़.आई.आर. दर्ज हुई थी।
-पूर्व सांसद विजय सांपला, के साथ अरुण नारंग, मास्टर मोहन लाल, मदन मोहन मित्तल, मनोरंजन कालिया, डॉ बलदेव चावला, तीक्षण सूद, सुरजीत कुमार जैन और अनिल जोशी इन सभी पूर्व एम.एल.ए.के खिलाफ 21 अगस्त को धारा-188 के तहत एक एफ़.आई.आर. दर्ज है।
-गुरमीत सिंह मेरे हेयर के खिलाफ 24 अक्तूबर को आई.पी.सी. की धारा-188 के तहत एफ़.आई.आर. है दर्ज।
-अकाली नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया, शरणजीत ढिल्लों, बलदेव खैरा, सुखविंदर कुमार, हरिंदर पाल सिंह चंदूमाजरा, कंवर सिंह बरखण्डी, मनप्रीत अयाली, गुरप्रताप सिंह वडाला और एन.के. शर्मा के खिलाफ 16 मार्च को धारा-186, 323, 341 और 511 के तहत मामला दर्ज किया गया था।