बिक्रम मजीठिया ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द करने की सुप्रीम कोर्ट से की मांग
एनडीपीएस केस में फंसे अकाली नेता बिक्रम मजीठिया ने आखिरकार अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है और साथ ही हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए जो एसआईटी बनायीं थी, उसी के जरिए ही इस मामले की जांच की मांग की है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट 1 अप्रैल को सुनवाई कर सकता है।
कबीले गौर हैं कि मजीठिया के खिलाफ मोहाली में 20 दिसंबर को एनडीपीएस धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमे मोहाली की जिला अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत ख़ारिज कर दी थी, जिसके बाद मजीठिया ने हाईकोर्ट से जमानत मांगी तो वो भी ख़ारिज कर दी गई, बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें विधान सभा चुनाव तक गिरफ़्तारी पर रोक लगा, उन्हें मतदान के बाद सरेंडर करने के आदेश दिए थे।
25 फरवरी को मजीठिया ने मोहाली की कोर्ट में सरेंडर कर दिया था और रेगुलर बेल भी मांगी थी, जिसे अदालत ने ख़ारिज कर दिया था। तब से मजीठिया न्यायिक हिरासत में हैं, अब कही एक महीने बाद जाकर मजीठिया ने हाईकोर्ट से रेगुलर बेल मांगने की बजाय सीधे सुप्रीम कोर्ट में ही याचिका दाखिल कर अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग कर दी है।