बड़े वायदे : जिस दिन भगवंत मान ले रहे थे मुख़्यमंत्री पद की सपथ ,उस दिन पंजाब ने लिए करोड़ों का कर्ज
आम आदमी पार्टी ने पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब की जनता से बड़े-बड़े वादे किए हैं। इस समय सरकार की आर्थिक स्थिति इस हद तक खराब हो गई है कि पंजाब सरकार को अपने खर्च को चलाने के लिए मार्किट से कर्जा लेना पड़ रहा है। जिस दिन भगवंत मान ले रहे थे मुख़्यमंत्री पद की सपथ ले रहे थे ,उस दिन पंजाब सरकार मार्किट ने करोड़ों का कर्ज लिया है ।
जब कोई पार्टी विपक्ष में होती है तो सरकार पर सवाल खड़े होते हैं। .जब सत्ता में आती तो पता लगता है कि पंजाब इस समय किस मुकाम पर खड़ा है । हालत यह है कि पंजाब सरकार के पास फिलहाल बाजार से ऊंची ब्याज दरों पर कर्ज लेने के अलावा कोई चारा नहीं है। आम आदमी पार्टी ने 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया है। वही महिलाओ को 1000 रुपए महीना देने का ऐलान किए है ।
अब जब आप की सरकार बन गई है तो किए गए वायदे पूरा करना मुश्किल हो रहा है ।
पंजाब सरकार ने 16 मार्च को बाजार से 1500 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। कर्ज 2042 तक सरकार चुकाएगी। सरकार ने कहा है कि इस कर्ज का इस्तेमाल राज्य की विकास गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता के लिए किया जाएगा। बाजार से अब तक 6000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब की आर्थिक स्थिति से पूरी तरह वाकिफ हो गए हैं । इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर पंजाब के लिए 1 लाख करोड़ रुपये का पैकेज मांगा है । सरकार जानती है कि केंद्र ने मदद नहीं की तो लोगो के साथ किये वायदे पूरे करने में मुश्किल होगी.। पंजाब सरकार ने अब तक 15000 करोड़ रुपये ब्याज में चुकाए हैं। सरकार जिस तरह से उधार ले रही है उस से यह स्पष्ट है के अब 1500 करोड़ और इसमें शामिल हो गए हैं और पंजाब पर यह कर्ज 2 85000 करोड़ तक पहुंच गया है। असल में पंजाब पर कर्ज बड़ा मसला है , आज तक किसी ने नहीं सोचा कि पंजाब को कर्ज के भार से कैसे मुक्त किया जा सके । आप के प्रभारी अरविंद केजरीवाल विधान सभा चुनाव से पहले कोइ आकलन किये बिना ही बड़े बड़े वायदे कर गए है । अब पंजाब के मुख़्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली ने जाकर प्रधान मंत्री से पैकेज मांग रहे है । पैकेज भी एक लाख करोड़ रुपए का माँगा है पंजाब पर केंद्र सरकार का 4488 करोड़ का कर्जा है । जिस को माफ़ करवाया जा सकता है , जिस के कुछ बियाज का बोझ कम होगा । पंजाब पर सब से ज़्यादा कर्ज वह है , जो सरकार ने अपने खर्च चलने के लिए मार्किट से लिया है वह 174895 करोड़ बनता है और सरकार लगतार मार्किट से कर्जा ले रही है ।