Punjab
पंजाब कांग्रेस द्वारा 31 मार्च तक सभी रैलियाँ स्थगित, कैप्टन अमरिन्दर द्वारा दूसरी राजनैतिक पार्टियों को जलसों दौरान निर्धारित संख्या का पालन करने की अपील
अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर को शिरोमणि कमेटी और दुर्गयाना मंदिर के प्रबंधकों के साथ धार्मिक स्थानों में मास्क पहनने बारे बातचीत करने के लिए कहा
डी.जी.पी. और स्वास्थ्य विभाग को सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क वाले लोगों को नजदीकी आर.टी. -पी.सी.आर. टेस्टिंग सेंटरों में ले जाने के लिए कहा
चंडीगढ़, 19 मार्चः
राज्य में कोविड के बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर पंजाब कांग्रेस द्वारा अगले दो हफ्तों के लिए कोई राजनैतिक जलसा नहीं किया जायेगा।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने यह ऐलान कोविड समीक्षा संबंधी मीटिंग के दौरान किया।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अन्य राजनैतिक पार्टियों और उनके नेताओं को अपने राजनैतिक जलसों के दौरान 50 फीसदी क्षमता के साथ इन्डोर में अधिक से अधिक 100 और खुली जगह पर 200 व्यक्तियों की निर्धारित की गई संख्या बनाने की अपील की। उन्होंने आगे कहा कि सबसे प्रभावित जिलों में कोई राजनैतिक जलसा नहीं होना चाहिए।
कोविड संबंधी नियमों को सख्ती के साथ लागू करने की जरूरत को दर्शाते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य में लाजिमी तौर पर मास्क पहनने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों को हिदायत की कि वह बिना मास्क के सार्वजनिक क्षेत्रों और इसके आस-पास सड़कों-गलियों में घूम रहे लोगों को टेस्टिंग के लिए नजदीकी आर.टी.-पी.सी.आर. टेस्टिंग केंद्र में ले जाएँ जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि वह बगैर लक्षणों वाले कोविड पाॅजिटिव नहीं हैं।
उन्होंने अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और दुर्गयाना मंदिर के प्रबंधकों के साथ बातचीत करने के लिए कहा जिससे वह श्रद्धालुओं को धार्मिक स्थानों के अंदर मास्क पहनने के लिए उत्साहित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केस बढ़ना खासकर देहाती इलाकों में मामले बढ़ना गंभीर चिंता का विषय है जबकि पिछले साल इन क्षेत्रों में बहुत कम केस सामने आए थे। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को गाँवों में जागरूकता मुहिम चलाने के निर्देश दिए।
इससे पहले, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि पहले शहरी क्षेत्रों में और ज्यादा केस सामने आ रहे थे परन्तु अब शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बराबर मामले सामने आ रहे हैं। श्री सिद्धू और कैबिनेट मंत्री ओ.पी. सोनी, दोनों ने राजनैतिक और सामाजिक जमावड़ों पर पाबंदियाँ लगाने की अपील की थी।