पंजाब में सभी कोविड प्रतिबंधों की समय-सीमा 31 मई तक बढ़ाई
मुख्यमंत्री द्वारा बन्दिशों का सख़्ती से पालन किए जाने के आदेश
चंडीगढ़, 16 मई:
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने राज्य में कोविड पॉजि़टिविटी और मृत्यु दर बढऩे की रिपोर्टों के मद्देनजऱ आज मौजूदा प्रतिबंध 31 मई तक बढ़ाने के आदेश दिए और सभी बन्दिशों की सख़्ती से पालना किए जाने के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डिप्टी कमिश्नर पड़ाववार ढंग से दुकानें खोलने को निर्धारित करना कोविड के फैलाव को काबू करने ख़ास तौर पर ग्रामीण इलाकों में और बन्दिशें लगाने को जारी रखेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि डिप्टी कमिश्नर स्थानीय हालातों के आधार पर उचित बदलाव कर सकते हैं, बशर्ते कि यह बदलाव राज्य में समूचे तौर पर लगाई गईं बन्दिशों को कमज़ोर न करती हों।
जि़ला अथॉरिटी सामाजिक दूरी के नियमों, बाज़ारों और सार्वजनिक यातायात में भीड़ पर नियंत्रण बनाना और नियमों/बन्दिशों का उल्लंघन करने की सूरत में जुर्माने लगाने समेत कोविड सम्बन्धी एहतियात बरतने संबंधी केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों को सख़्ती से अमल में लाएंगे।
कोविड की स्थिति का जायज़ा लेने के लिए उच्चस्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे कि प्रतिबंध लगाने से कुछ नतीजे सामने आए हैं और आए दिन पॉजि़टिविटी मामलों में कुछ कमी आई है और इस समय के दौरान कोविड मामलों की संख्या कम होकर लगभग 9000 से 6000 मामलों पर आई, परन्तु 9 से 15 मई तक के समय के दौरान बढ़ी पॉजि़टिविटी दर 13.1 प्रतिशत और मृत्यु दर 2.4 प्रतिशत रहने के कारण यह प्रतिबंध और बढ़ाने की ज़रूरत थी।
मुख्यमंत्री ने जि़ला प्रशासन को कुछ प्राईवेट अस्पतालों द्वारा मरीज़ों की लूट करने की शिकायतों की जाँच करने के आदेश देते हुए चेतावनी दी कि यदि लोग लूट का शिकार होते रहे तो इन अस्पतालों को बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने ऐसे मामलों से सख़्ती से पेश आने के लिए कहा। उन्होंने पुलिस विभाग को कोविड सम्बन्धी किसी भी तरह की ज़रूरतों और दवाओं की कालाबाज़ारी या जमाखोरी में शामिल पाए जाने वाले लोगों के खि़लाफ़ सख़्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कोविड से सम्बन्धित फंगस की नई बीमारी फैलने पर भी चिंता ज़ाहिर की। उन्होंने इस बीमारी के लिए निगरानी बढ़ाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया, क्योंकि यदि इसका जल्दी ही इलाज न किया गया तो इसके गंभीर नतीजे निकल सकते हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को राज्य के अंदर इस बीमारी के इलाज के लिए दवाओं की उपलब्धता को यकीनी बनाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि इन दवाओं के लिए लोगों में किसी तरह की घबराहट से पहले ही इनको खरीद लिया जाना चाहिए। उन्होंने विभाग को इस बीमारी से सम्बन्धित दिशा-निर्देशों को फिर जाँचने के लिए कहा, जिससे यह देखा जा सके कि इस बीमारी को रोकने के लिए क्या किया जा सकता है। डॉ. के.के. तलवाड़ ने फंगल के सक्रमण को गंभीर मुद्दा बताया जिसका कारण स्टीरॉयड का ज़्यादा प्रयोग या ऑक्सीजन में बिना आसुत जल का प्रयोग किया जाना है।
ऑक्सीजन की उपलब्धता के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही राज्य न्यायिक तरीकों के ज़रिये किसी दुर्घटना को रोक सका है, परन्तु स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पी.एस.ए. प्लांटों, ऑक्सीजन कंसेंट्रेटरों के लिए सफलतापूर्वक इंतज़ाम किए हैं, जिससे ऑक्सीजन की कमी से निपटने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य एक महीने के अंदर 2500 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटरों की उम्मीद कर रहा है और स्वास्थ्य विभाग को इसका बेहतर ढंग से प्रयोग करने को सुनिश्चित बनाने के आदेश दिए।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभागों को आदेश दिए कि अस्पतालों की सामथ्र्य ख़ास तौर पर एल-3 बिस्तरों के सम्बन्ध में किसी भी स्तर पर कोई समस्या न आने को यकीनी बनाना जारी रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने डिप्टी कमिश्नरों को एकांवास में रह रहे लोगों को खाने की किटें पहुँचाने को यकीनी बनाने के आदेश देते हुए फिर दोहराया कि किसी को भी भूखा नहीं सोने दिया जाएगा। उन्होंने ‘भोजन हेल्पलाइन’ को सफलता से लागू करने के लिए डी.जी.पी. की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थिति और गंभीर होती जा रही है जिस कारण लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता को बन्दिशों की सख्ती से पालना करवाने और इसका उल्लंघन करने की इजाज़त न देने को यकीनी बनाने के आदेश दिए। इस महामारी से निपटने के लिए विभिन्न विभागों के यत्नों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में और संभावित कोविड लहरों के आने के खतरे के मद्देनजऱ जंग जारी रहेगी।