Himachal Pradesh

सरकार की योजना का लाभ उठाकर लगाया इको फ्रैंडली उद्योग, स्वावलंबी बने ऊना के पुरी:प्रतिदिन 3 लाख पेपर कप बनाकर पंजाब में भी कर रहे सप्लाई

सरकार की योजना का लाभ उठाकर लगाया इको फ्रैंडली उद्योग, स्वावलंबी बने ऊना के वरुण
प्रतिदिन 3 लाख पेपर कप बनाकर पंजाब में भी सप्लाई कर रहे वरुण पुरी
मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से लगाया इको फ्रैंडली डिस्पोजेवल पेपर कप उद्योग, 9 व्यक्तियों को भी दिया रोजगार
ऊना:- राज्य सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही हैं, जिनमें से प्रदेश सरकार की महात्वकांक्षी मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से जिला ऊना के वरूण पुरी लाभान्वित हुए हैं। राजकीय महाविद्यालय ऊना से ग्रेजुएशन करने के बाद वरुण पुरी ने वर्ष 2007 में फरीदाबाद से एमबीए किया और अब गांव अंबेहड़ा धीरज में श्री राम पैकेजिंग इंडस्ट्री के नाम से एक उद्योग संचालित कर रहे हैं।
वर्ष 2020 से श्री राम पैकेजिंग इंडस्ट्री इको फ्रैंडली पेपर कप बनाने के काम से जुड़ी है, जो उत्पाद बनाकर जिला ऊना ही नहीं बल्कि पंजाब को भी सप्लाई कर रही है। उद्योग में चार प्रकार के 130 से 250 एमएल साइज़ के प्रतिदिन लगभग 3 लाख पेपर कप बनाए जाते हैं। 130 एमएल साइज़ के पेपर कप की कीमत 30 पैसे प्रति कप तथा 250 एमएल पेपर कप की कीमत 65-70 पैसे प्रति पेपर कप है।
वरूण पुरी बताते हैं कि समय की मांग को देखते हुए डिस्पोजेवल ईको-फ्रैंडली पेपर कप का उद्योग लगाने के लिए जिला उद्योग केंद्र ऊना से सम्पर्क किया। जहां उन्हें उद्योग की स्थापना से जुड़ी सभी औपचारिकताओं बारे बताया गया तथा प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि उद्योग को लगाने के लिए लगभग 60 लाख रूपये का खर्चा था, लेकिन मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का लाभ लेकर उन्हें सब्सिडी भी मिली।
आज श्री राम पैकेजिंग इंडस्ट्री अंबेहड़ा धीरज में 9 व्यक्तियों को रोजगार मिला है, जिनमें चार महिलाएं व पांच पुरूष कार्य कर रहे हैं। वरुण ने कहा कि इको-फ्रैंडली पेपर कप पर्यावरण एवं स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं करते हैं और इन पेपर कपों को मिट्टी में आसानी से सड़ाया या गलाया जा सकता है, जबकि प्लास्टिक से बने कप कई सालों तक सड़ते नहीं। उन्होंने कहा कि डिस्पोजेवल पेपर कप उत्पाद के कार्य से अच्छी आमदनी हो रही है, जिसके लिए वह मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने बेरोजगार युवाओं को प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेकर खुद को आत्मनिर्भर बनाने की अपील की है।
दो वर्षों से श्री राम पैकेजिंग इंडस्ट्री में काम कर रही अंबेहड़ा निवासी मोनिका शर्मा व किरण बाला बताती हैं कि इस उद्योग के स्थापित होने से उनको घर के नजदीक ही रोजगार मिला है, जिससे वह अपने घर का खर्च चला रही हैं। बिहार राज्य के पंकज पंडित भी श्री राम पैकिजिंग इंडस्ट्री में पिछले एक साल से कार्य कर रहे हैं, जो यहीं से अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अन्तर्गत औद्योगिक इकाइयां, दुकान, सूचना प्रौद्योगिकीय कार्य, सर्विस स्टेशन, जेसीबी, छोटे गुड्स कैरियर, होटल, रेस्टोरेंट, ब्यूटी पार्लर, इको पर्यटन इकाइयां, धर्मकांटा, जिम, बैंक्वेट हॉल, मैडिकल लैब, मोबाइल फूड वैन, साइबर कैफे, फोटोकापी मशीन, भण्डारण यूनिट, डेयरी उत्पादन यूनिट, कृषि उत्पाद वितरण दुकान, नर्सरी, टिशु कल्चर लैब, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी आधारित खेती, पेट्रोल पम्प, बोरवैल, ड्रिलिंग रिंग मशीन इत्यादि के उद्योग लगाने को अनुमति है तथा इनके लिए प्रदेश सरकार सब्सिडी प्रदान करती है।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक अंशुल धीमान ने बताया कि प्रदेश सरकार ने युवाओं को स्वरोज़गार दिलाने के लिए मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना शुरू की है, जिसके तहत युवाओं को एक करोड़ रूपये तक का ऋण प्रदान करने की सुविधा दी गई है। योजना में पुरूष लाभार्थियों को 25 प्रतिशत तथा महिलाओं को 30 प्रतिशत की दर से अनुदान देने का प्रावधान है। जबकि विधवा महिलाओं के लिए अनुदान राशि 35 प्रतिशत निर्धारित की गई है। इसके अलावा बैंक ऋण पर 5 प्रतिशत की दर से ब्याज पर अनुदान के साथ-साथ क्रेडिट गारंटी योजना के अन्तर्गत बैंक द्वारा लिया जाने वाले शुल्क को भी माफ किया गया है। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए उद्योग विभाग के कार्यालय में सपर्क किया जा सकता है।

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