पंजाब में आप सबसे आगे, लेकिन नहीं अगर किसी को नहीं मिला बहुमत तो 3 फॉर्मूले से बनेगी सरकार
रविवार को पंजाब विधान सभा के चुनाव हो चुके हैं और अब सभी पार्टियों की नजर 10 मार्च को चुनावी नतीजों के दिन पर लग गई है। फ़िलहाल आम आदमी पार्टी अन्य सभी दलों से आगे नजर आ रही है, लेकिन सबसे आगे रहने के बावजूद आप अपने दम पर सरकार नहीं बना पाई या अन्य किसी दल को बहुमत नहीं मिला तो सरकार बनाने का फार्मूला क्या होगा, इस पर तो गौर किया ही जा सकता है।
अब देखते हैं अगर किसी दल को बहुमत नहीं मिला तो कैसे जोड़तोड़ कर सरकार बन सकती है, फ़िलहाल इसकी तीन संभावनाएं नजर आ रही हैं….
पहली सम्भावना
अकाली और बहुजन समाज पार्टी पहले ही गठबंधन बना चुके हैं। वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस भी भाजपा के साथ मिल कर चुनाव लड़े हैं और यह सभी कांग्रेस के खिलाफ एकजुट हैं, ऐसे में अगर किसी दल को बहुमत नहीं मिला तो यह भी एक सम्भावना है कि अकाली-बसपा गठबंधन भाजपा और पंजाब लोक कांग्रेस के गठबंधन के साथ मिल सरकार बना सकती है। रविवार को चुनाव ख़त्म होने के बाद मजीठिया इस सम्भावना पर मोहर भी लगा चुके हैं।
दूसरी सम्भावना
अगर चुनावों में आप और कांग्रेस इन दोनों को बहुमत नहीं मिला तो यह कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनावों के बाद कांग्रेस आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन में जा सकती है। क्योंकि दोनों को भाजपा से परहेज रहेगा और दिल्ली में दोनों मिलकर एक बार सरकार बना भी चुके हैं। अब सवाल यह है कि अगर यह दोनों दल मिलकर सरकार बनाने की स्थिति में आते हैं तो मुख्यमंत्री किस दल का होगा। इसके लिए यह देखना होगा कि इनमे से किस दल को अधिक सीटें मिलती है, जो दल अधिक सीटें लेने में कामयाब हुआ वह मोल भाव की स्थिति में होगा।
असंभव, लेकिन इस तीसरी सम्भावना से नहीं किया जा सकता इंकार
राजनीति को अवसर और सम्भावना का खेल माना जाता है, ऐसे में किसी भी सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता और यही अवसरवाद तीसरी सम्भावना को जन्म दे सकता है और वो यह कि अगर जरुरत पड़ी तो आम आदमी पार्टी और अकाली-बसपा मिलकर भी सरकार बना सकते हैं। चाहे इसकी सम्भावना बेहद ही कम है, लेकिन महाराष्ट्र में जिस तरह शिव-सेना, कांग्रेस और एनसीपी मिलकर सरकार चला रहे हैं और जिस तरह दिल्ली में एक बार कांग्रेस और आप दोनों मिलकर सरकार चला चुके हैं, उसे देखते हुए राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं माना जा सकता है।