सार्वजनिक सेवा में पारदर्शिता, जवाबदेही और सत्यनिष्ठा के मूल्यों को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (सीपीआरआई), शिमला में सतर्कता जागरूकता सप्ताह का समापन समारोह आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम संस्थान के कर्मचारियों के बीच सतर्कता और नैतिक आचरण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित एक सप्ताह लंबी गतिविधियों की श्रृंखला का समापन था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री अशोक तिवारी, आईपीएस, पुलिस महानिदेशक, हिमाचल प्रदेश उपस्थित रहे। अपने संबोधन में, उन्होंने भ्रष्टाचार के विभिन्न रूपों पर विस्तार से चर्चा की जो संस्थानों और समाज को व्यापक रूप से प्रभावित करते हैं, और निवारक सतर्कता को एक सामूहिक जिम्मेदारी के रूप में अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इस बारे में भी बहुमूल्य जानकारी साझा की कि कैसे नैतिक व्यवहार, ईमानदारी और कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता भ्रष्टाचार मुक्त कार्य वातावरण के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। मुख्य अतिथि ने आईसीएआर-सीपीआरआई द्वारा अपने कर्मचारियों को सतर्कता और सत्यनिष्ठा के महत्व के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए की गई पहल की सराहना की। उन्होंने सभी कर्मचारियों को एक पारदर्शी और जिम्मेदार संगठनात्मक संस्कृति बनाने में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।डॉ. ब्रजेश सिंह, निदेशक, आईसीएआर-सीपीआरआई, शिमला ने बताया कि आईसीएआर-सीपीआरआई में सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन संस्थान की नैतिक शासन और जवाबदेही के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता की याद दिलाता है। इस अवसर पर सतर्कता जागरूकता सप्ताह प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा भी की गयी, जो इस आयोजन के दौरान आयोजित की गई थी, और उन्हें उनकी उत्साही भागीदारी और सराहनीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया गया।कार्यक्रम के दौरान, सतर्कता अधिकारी डॉ. विनय सागर ने बताया की कार्यक्रम की शुरुआत 27 अक्टूबर, 2025 को सीपीआरआई, शिमला के सभी कर्मचारियों द्वारा शपथ ग्रहण के साथ हुई। कार्यक्रम का समापन एक संवादात्मक सत्र और कार्यालय प्रमुख रजत सेठी द्वारा मुख्य अतिथि के प्रेरक संबोधन और बहुमूल्य मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

