
अंब, — राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय अंब में वीरवार को स्वास्थ्य विभाग अंब के सहयोग से प्रहरी क्लब, रेड क्रॉस सोसाइटी क्लब और राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा विद्यार्थियों के लिए “सीपीआर के महत्व एवं नशे के दुष्प्रभावों” पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में विशेषज्ञ वक्ता के रूप में डॉ. रूपिंदर शर्मा और डॉ. नवदीप जोशी ने विद्यार्थियों को सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) की तकनीक और नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस कार्यशाला में लगभग 150 विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
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डॉ. रूपिंदर शर्मा ने बताया कि सीपीआर अभियान का उद्देश्य हर नागरिक को यह सिखाना है कि हृदयाघात (हार्ट अटैक) की स्थिति में कैसे तुरंत प्रतिक्रिया देकर किसी की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि देश में बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों को देखते हुए प्रदेशभर में 13 से 17 अक्टूबर तक विशेष सीपीआर अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीमें स्कूलों, सार्वजनिक स्थलों और सामुदायिक केंद्रों पर लोगों को सीपीआर की तकनीक सिखा रही हैं।उन्होंने बताया कि कार्डियक अरेस्ट या अचानक दिल की धड़कन रुकने की स्थिति में “हैंड्स-ओनली सीपीआर” सबसे प्रभावी तकनीक है, और यदि इसे घटना के 10 मिनट के भीतर दिया जाए तो व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। विद्यार्थियों ने इस दौरान सीपीआर की व्यावहारिक विधि का अभ्यास भी किया।

वहीं, बीएमओ डॉ. राहुल कतना के दिशा-निर्देशानुसार डॉ. नवदीप जोशी ने तंबाकू निषेध अभियान 3.0 के अंतर्गत विद्यार्थियों को नशे और नशीली दवाइयों के दुरुपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी दिए।महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. दर्शन कुमार ने स्वास्थ्य विभाग की टीम — डॉ. रूपिंदर शर्मा, डॉ. नवदीप जोशी और सिस्टर प्रियंका — का आभार व्यक्त किया। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे सीखी गई जानकारी को समाज में भी साझा करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस तकनीक को अपनाकर जीवन बचाने में सक्षम बन सकें।इस अवसर पर डॉ. नितिन शर्मा, डॉ. कृष्णा, डॉ. कुमारी सुजाता, प्रो. सुरेता, डॉ. अजय शर्मा, प्रो. रचना सहित अन्य स्टाफ सदस्य भी उपस्थित रहे।