
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एक निजी बस पर भूस्खलन का मलबा गिरने से बड़ा हादसा हुआ है।
अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है, दो मासूम बच्चियों को बचा लिया गया है, जिनमें से एक ने अपनी मां को खो दिया है।
बस में सवार थे करीब 35 यात्री, जिनमें से कई अब भी लापता हैं।
बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), 7 अक्टूबर 2025:
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। मरोतन से घुमारवीं जा रही ‘संतोषी’ नामक एक निजी बस पर बरठीं के पास भल्लू पुल के समीप अचानक भूस्खलन का मलबा आ गिरा। हादसा इतना भयावह था कि मलबे ने बस की छत को पूरी तरह चीर दिया और उसे घसीटते हुए खड्ड के किनारे तक ले गया, जहां पूरी बस मलबे में दब गई।
अब तक 15 शव बरामद, 2 बच्चियों को जिंदा निकाला गया
अब तक 15 यात्रियों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। मलबे से दो मासूम बच्चियों को जीवित निकाला गया, जिनमें से एक की मां इस हादसे में जान गंवा चुकी है। दोनों बच्चियों का इलाज बरठीं अस्पताल में किया जा रहा है।
सुबह साढ़े छह बजे हुआ हादसा, करीब 35 लोग थे सवार
हादसा शाम करीब 6:30 बजे हुआ जब बस बरठीं की ओर बढ़ रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस में मरोतन, बरठीं, घुमारवीं और आसपास के गांवों के करीब 35 यात्री सवार थे। दुखद रूप से, बस के चालक और परिचालक दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। फिलहाल मृतकों की पहचान की प्रक्रिया प्रशासन द्वारा की जा रही है।
राहत कार्य जारी, प्रशासन मौके पर तैनात
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस और एनडीआरएफ की टीमों ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। मलबा हटाने का कार्य तेजी से चल रहा है। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री ने बस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया, राहत कार्यों में तेज़ी लाने के दिए निर्देश
बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की दुखद घटना पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ पूरी मज़बूती से खड़ी है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री निरंतर जिला प्रशासन के संपर्क में हैं और उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों में और अधिक तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि घायलों को तुरंत उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया जाए और उनके इलाज की पूरी व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री शिमला से पूरे हालात की लगातार निगरानी कर रहे हैं।