पंजाब से संगत , जत्थे व श्रद्धालुओं से हिमाचल में 21 मार्च से 31 मार्च तक न आने की अपील
*हिमाचल प्रदेश सरकार में प्रसिद्ध बाबा बड़भाग सिंह होली मेला 2021 के आयोजन पर लगा प्रतिबंध*
मैड़ी में भीड़ जमा होने, अस्थाई दुकाने लगाने व लंगर पर प्रतिबंधः डीसी
निजी भूमि पर अस्थाई टैंट लगाने पर भी रोक, भूमि मालिक की जिम्मेदारी होगी तय
हिमाचल प्रदेश सरकार ने बाबा बड़भाग सिंह होली मेला 2021 के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया है। एक पत्रकार वार्ता में यह जानकारी देते हुए उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा कि कोविड के हालात को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सरकार के आदेशों का सख्ती के साथ लागू करेगा तथा मेला क्षेत्र में भीड़ के जमा होने, अस्थाई दुकाने लगाने व लंगर लगाने पर प्रतिबंध रहेगा। इसके अतिरिक्त मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए किराए पर लगने वाले अस्थाई टैंट पर भी बैन रहेगा। इस संबंध में निजी भूमि मालिकों से भी बात की जाएगी। अगर निजी भूमि पर अस्थाई टैंट लगते हैं, तो इसमें भूमि के मालिक की जिम्मेदारी तय की जाएगी और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मैड़ी में गुरुद्वारों व अन्य धार्मिक संस्थानों में पूजा-पाठ इत्यादि करने पर रोक नहीं होगी।
उपायुक्त ने कहा कि पड़ोसी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को रोकने के लिए पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त नाके लगाए जाएंगे और सख्ती की जाएगी। मालवाहक वाहनों में आने वाले श्रद्धालुओं के चालान काटे जाएंगे और उन्हें हिमाचल प्रदेश की सीमा से ही वापस भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य पंजाब व हरियाणा के जिला प्रशासन से भी इस संबंध में पत्राचार किया गया है तथा जल्द ही उनके साथ बैठक कर उनसे बातचीत की जाएगी, ताकि श्रद्धालु मैड़ी मेला के लिए अपनी यात्रा शुरू न करें और उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
राघव शर्मा ने कहा कि जिला ऊना में कोविड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। एक मार्च से 7 मार्च तक 49 तथा 8 मार्च से 14 मार्च तक 104 कोविड मामले सामने आए हैं। ऐसे में पंजाब व अन्य राज्यों से मैड़ी में आने वाले श्रद्धालु जिला प्रशासन ऊना के साथ सहयोग करें और कोविड वायरस के संक्रमण को रोकने में मदद करें। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक संख्या में पड़ोसी राज्यों के श्रद्धालुओं तक हिमाचल प्रदेश सरकार का निर्णय पहुंचाने के लिए व्यापक प्रचार किया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि मैड़ी मेले का आयोजन रद्द होने के बाद उन्होंने गुरुद्वारा प्रबंधकों के साथ भी बैठक की है तथा उनसे अनुरोध किया है कि वह श्रद्धालुओं से मेला के लिए न आने की अपील करें।
इससे पहले इसी संबंध में जिलाधीश राघव शर्मा की अध्यक्षता में अधिकारियों की एक बैठक भी हुई, जिसमें एसपी अर्जित सेन ठाकुर, एडीसी डॉ. अमित कुमार शर्मा, एसडीएम अंब मनेश यादव, एसडीएम ऊना डॉ. निधि पटेल, एसडीएम गगरेट विनय मोदी, एसडीएम हरोली गौरव चौधरी तथा सीएमओ डॉ. रमण कुमार शर्मा शामिल हुए।