ऊना जिले में चलाए जा रहे पल्स पोलियो अभियान के पहले दिन कुल 39,312 बच्चों को ओरल पोलियो वैक्सीन (ओपीवी) की खुराक पिलाई गई।
अंब/ प्रशांत शर्मा:
राष्ट्रीय पल्स पोलियो कार्यक्रम के अंतर्गत रविवार को अंब क्षेत्र में व्यापक स्तर पर विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान का शुभारंभ विधायक सुदर्शन सिंह बबलू की धर्मपत्नी किरनदीप कौर ने बच्चों को पल्स पोलियो की बूंदें पिलाकर किया। वहीं मैड़ी में कार्यक्रम का शुभारंभ समाजसेवी बाबा स्वर्ण सिंह द्वारा किया गया।
अभियान के दौरान कुल 7,694 बच्चों को जीवन रक्षक पल्स पोलियो की बूंदें पिलाई गईं। इसके अंतर्गत आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र मैड़ी में शून्य से पाँच वर्ष आयु वर्ग के 105 बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक दी गई।
पल्स पोलियो कार्यक्रम बीएमओ डॉ. राहुल कतना की देखरेख में संपन्न हुआ। अभियान को सफल बनाने में हैल्थ एजुकेटर राजेश शर्मा, बीपीएम नीरज, हेल्थ वर्कर दिनेश, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सीमा रानी एवं विजय कुमारी का सराहनीय योगदान रहा। इसके साथ ही अभियान को सार्थक बनाने में सीजेएम दीपिका नेगी का भी विशेष सहयोग रहा।
अभियान को प्रभावी बनाने के लिए क्षेत्र में चार विशेष बूथ स्थापित किए गए, जिनमें बांबे पिकनिक स्पॉट, चिंतपूर्णी मंदिर, मैड़ी तथा अंब–अंदौरा रेलवे स्टेशन के पास बूथ शामिल रहे। इसके अतिरिक्त दूर-दराज और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए दो मोबाइल टीमें भी तैनात की गईं।
स्वास्थ्य विभाग ने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को समय पर पल्स पोलियो की खुराक अवश्य दिलाएं, ताकि पोलियो मुक्त भारत के लक्ष्य को साकार किया जा सके।
ऊना जिले में चलाए जा रहे पल्स पोलियो अभियान के पहले दिन कुल 39,312 बच्चों को ओरल पोलियो वैक्सीन (ओपीवी) की खुराक पिलाई गई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना डॉ. एस. के. वर्मा ने बताया कि अभियान के तहत जिलेभर में 362 पोलियो बूथ स्थापित किए गए थे, जबकि यात्रा कर रहे बच्चों को कवर करने के लिए 13 ट्रांजिट बूथ लगाए गए थे। इसके अतिरिक्त, छूटे हुए बच्चों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए 10 मोबाइल टीमों को भी तैनात किया गया था।
उन्होंने बताया कि जो बच्चे पहले दिन पोलियो खुराक से वंचित रह गए हैं, उन्हें कवर करने के लिए 22 एवं 23 दिसंबर को दो दिवसीय घर-घर जाकर अभियान चलाया जाएगा, ताकि कोई भी पात्र बच्चा पोलियो खुराक से वंचित न रहे।
डॉ. वर्मा ने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने पांच वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों को अनिवार्य रूप से पोलियो की खुराक दिलाएं और पोलियो उन्मूलन अभियान में सहयोग करें।













