Himachal Pradesh

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का पीएम-किसान की आठवीं किश्त जारी करने के लिए आभार व्यक्त किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत न्यूनतम आर्थिक लाभ की आठवीं किश्त जारी की। इस किश्त के तहत 9.5 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को लगभग 20,000 करोड़ रुपये वितरित किए गए।
किश्त जारी करने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान लाभार्थियों के साथ बातचीत की। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर भी आज शिमला से वर्चुअल कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आठवीं किश्त जारी करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।
इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री ने राज्य में इस योजना के तहत प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि यह योजना 24 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरम्भ की गई थी, जिसके तहत आय सहयोग के तौर पर छोटे तथा सीमांत किसानों को 6000 रुपये प्रतिवर्ष की राशि 2000 रुपये की तीन बराबर किश्तों में दी जा रही है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कृषि क्षेत्र, कुल राज्य सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 13.62 प्रतिशत का योगदान देता है। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 9.97 लाख कृषक परिवार हैं, जिनमें से लगभग 89 प्रतिशत छोटे और सीमांत किसान हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक 9,26,963 पात्र किसानों को 1355.80 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत वर्ष 2021-22 के लिए 642.47 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसान समुदाय को लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री नूतन पाॅलीहाउस परियोजना, कृषि से सम्पन्नता योजना, कृषि कोष, प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना, जायका चरण-2, जल से कृषि को बल योजना जैसी अनेक योजनाएं आरम्भ की हैं।
इस अवसर पर मुख्य सचिव अनिल खाची, निदेशक भू-अभिलेख हंस राज चैहान, निदेशक कृषि नरेश ठाकुर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

कोविड-19 संक्रमित मृतकों के अंतिम संस्कार में उचित प्रोटोकाॅल सुनिश्चित किया जाए: मुख्यमंत्री

 

 

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज प्रदेश के उपायुक्तों को कोविड-19 से संक्रमित मृतकांे के अन्तिम संस्कार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा इस संबंध में जारी दिशानिर्देशों तथा प्रोटोकाॅल के अनुसार सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए ताकि मृतक के परिवार सदस्यों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि इस संबंध में 12 मई, 2021 को दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संबंधित जिले के उपायुक्त यह सुनिश्चित करें कि कोविड-19 के मरीजों के शोक संतप्त परिजनों को मृतक के अंतिम संस्कार में जिला प्रशासन का पूरा सहयोग व सहायता मिले। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में संबंधित नगर आयुक्त, शहरी स्थानीय निकायों के कार्यकारी अधिकारी तथा सचिव नोडल अधिकारी होंगे। इन अधिकारियों को अस्पतालों से समन्वय बनाकर कार्य करना चाहिए तथा मृतक व्यक्ति के अन्तिम संस्कार के लिए पी.पी.ई. किट, डेड बाॅडी बैग, डिस्इन्फेक्टेंट्स, सेनिटाइजर, वेस्ट डिस्पोजेबल बैग आदि संसाधन प्रदान करने चाहिए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए खण्ड विकास अधिकारी अपने संबंधित क्षेत्रों में नोडल अधिकारी होंगे। उन्होंने कहा कि अस्पतालों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को पर्याप्त पी.पी.ई. किट, डेड बाॅडी बैग, डिस्इन्फेक्टेंट्स, सेनिटाइजर, वेस्ट डिस्पोजेबल बैग आदि प्रदान किए जाएंगे ताकि प्रोटोकाॅल के अनुसार अंतिम संस्कार करने वाले व्यक्तियों को यह सभी सामग्री उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने कहा कि खण्ड विकास अधिकारियों को अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, पंचायतों, पंचायत सचिवों और पटवारियों के साथ समन्वय से कार्य करना चाहिए ताकि मृतक के अंतिम संस्कार में शोक संतप्त परिवारों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने मृतक के अंतिम संस्कार से संबंधित सभी मुद्दोें के निवारण के लिए नोडल अधिकारियों को उचित संचार तथा सूचना माध्यमों को सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को संकट के समय में किसी भी तरह की सहायता के लिए शहरी निकायों के अधिकारियों, कार्यकारी अधिकारियों, सचिवों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित पंचायत सचिवों व पटवारियों से सम्पर्क करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सामाजिक, धार्मिक तथा गैर-सरकारी संस्थाओं से कोविड-19 के कारण मृत व्यक्ति के अंतिम संस्कार में शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को पूरा सहयोग प्रदान करने का भी आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि यह मानवता की श्रेष्ठ सेवा होगी तथा मुश्किल समय में शोक संतप्त परिवार के लिए बड़ी सहायता होगी।
जय राम ठाकुर ने विधायकों से आग्रह किया कि स्थानीय प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग के साथ उचित समन्वय के साथ-साथ मृतक के परिवार सदस्यों के साथ उचित सम्पर्क बनाना सुनिश्चित करें ताकि मृतक व्यक्ति का अंतिम संस्कार केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों तथा प्रोटोकाॅल के अनुसार किया जा सके। उन्होंने विधायकों से मृतक व्यक्ति के परिवार सदस्यों के साथ सम्पर्क बनाने का आग्रह किया ताकि इस मुश्किल घड़ी में उनका मनोबल बढ़ाया जा सके।

कोविशील्ड की पहली डोज लगवाने के 12 से 16 सप्ताह बाद लगेगी दूसरी डोज

 

 

स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि केंद्र सरकार से प्राप्त सूचना के अनुसार कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड लगाने के लिए पहली व दूसरी डोज लगवाने के बीच के समय को बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि एनटीएजीआई और एनइजीवीएसी की सिफारिशों के अनुसार कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज, पहली डोज के 12 से 16 सप्ताह बाद लाभार्थी को दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस व्यवस्था का पालन किया जाएगा और राज्य में कोविन पोर्टल पर इस संबंध में आवश्यक परिवर्तन शीघ्र किया जाएगा। उन्होंने राज्य के उन लाभार्थियों से जो कोविशील्ड वैक्सीन की पहली डोज लगवा चुके है, दूसरी डोज लगवाने के लिए नई सिफारिशों के अनुसार 12 से 16 सप्ताह का इंतजार करने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा कि 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग में 17 मई, 2021 से केवल उन्हीं लाभार्थियों का टीकाकरण किया जाएगा, जिनकी कोविन पोर्टल पर पंजीकरण के आधार पर टीकाकरण के लिए अप्वाइंटमेंट निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने टीकाकरण के लिए पूर्व में अपना पंजीकरण करवाया है, उन्हें टीकाकरण के लिए पोर्टल पर अपनी अप्वाइंटमेंट फिर से निर्धारित करनी होगी। उन्होंने 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों से आग्रह किया है, कि वे उनके लिए पोर्टल पर निर्धारित शेडयूल के अनुसार ही टीकाकरण के लिए टीकाकरण केंद्र पर जाएं, क्योकि बिना निर्धारित शेडयूल के टीकाकरण नहीं किया जाएगा।

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