यह सेवा हमारी महान सिख और सनातन परंपरा का जीवंत उदाहरण
पंजाब और हरियाणा एक ही संस्कृति व एक ही गौरवशाली इतिहास को करते है साझा
मुख्यमंत्री ने जालंधर (पंजाब) स्थित देवी तालाब मंदिर में कार सेवा के शुभांरभ कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में की शिरकत
चण्डीगढ़, 7 नवम्बर – हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि जालंधर का श्री देवी तालाब का यह पवित्र स्थल केवल एक मंदिर नहीं, यह हमारी आस्था, संस्कृति और गौरवशाली परंपराओं का केंद्र है। पवित्र सरोवर की कार सेवा केवल मिट्टी हटाना या तालाब को गहरा करना नहीं है। यह सेवा, समर्पण और सामुदायिकता की हमारी महान सिख और सनातन परंपरा का जीवंत उदाहरण है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यह बात जालंधर (पंजाब) स्थित श्री देवी तालाब मंदिर में कार सेवा के शुभांरभ कार्यक्रम में जुड़े सेवादारो को सम्बोधित करते हुए कही।
सरोवर की प्राचीन और प्राकृतिक पवित्रता वापस लाना हम सबका लक्ष्य
उन्होंने कहा कि इस पवित्र सरोवर का जीर्णाेद्धार और शुद्धिकरण वास्तव में ईश्वर की सेवा है, जो हमें मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारी का बोध कराता है। इस सरोवर की प्राचीन और प्राकृतिक पवित्रता वापस लाना हम सबका लक्ष्य है। पंजाब और हरियाणा एक ही संस्कृति और एक ही गौरवशाली इतिहास को साझा करते हैं। हमारे रिश्ते केवल भौगोलिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और खून के हैं।
सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं
नायब सिंह सैनी ने कहा कि कार सेवा हमें सिखाती है कि सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं। जिन्होंने बिना किसी अपेक्षा के इस पुनीत कार्य में अपना श्रम, समय और संसाधन लगाने का संकल्प लिया है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे इस कार सेवा में बढ़-चढ़कर भाग लें। यह श्रमदान आपको अपनी जड़ों से जोड़ेगा और आपको सामूहिक जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाएगा। आज हम जिस पवित्र कार्य के लिए एकत्रित हुए हैं, वह केवल एक सरोवर की सफाई नहीं है, यह हमारी धरती माता और हमारी अमूल्य जल संपदा की वंदना है।
जल की शुद्धता ही जीवन की सर्वोच्चता
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल ही जीवन है, और जल की शुद्धता ही जीवन की सर्वोच्चता है। हम भारतीय, आदिकाल से ही प्रकृति को पूजते आए हैं। हमारे लिए नदी, पहाड़, वृक्ष और जल, ये सब देवभूमि हैं। आज जब पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संकट से जूझ रही है, तब यह कार सेवा हमें याद दिलाती है कि समाधान किसी विदेशी प्रयोगशाला से नहीं आएगा, बल्कि हमारी अपनी परंपरा और सामूहिक सेवाभाव से आएगा।
युवा श्रमदान, जागरूकता और नवप्रवर्तन का करें कार्य
उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं, जिनमें सबसे ज्यादा ऊर्जा, जोश और तकनीकी ज्ञान है। उन्होंने युवाओं से योगदान देने का आह्वान किया कि श्रमदान, जागरूकता और नवप्रवर्तन करने से मिट्टी में उतरकर काम करने से जो आत्मिक शांति और गर्व मिलेगा, वह किसी और चीज से नहीं मिल सकता, डिजिटल सेवादार बनकर जागरूकता फैलाने कार्य करे और नई सोच इस प्राचीन तीर्थ को आधुनिक बना सकती है।
कार सेवा समर्पण और एकता की बने मिसाल
सैनी ने जालंधर के लोगों से कहा कि यह सरोवर आपके शहर की पहचान है। कार सेवा पूरी होने के बाद, असली जिम्मेदारी आपकी शुरू होगी। आप प्रतिदिन सरोवर की साफ-सफाई पर नजर रखें। सरोवर में पूजा सामग्री या अन्य गंदगी फेंकने वालों को रोकें। मंदिर कमेटी, स्थानीय लोगों के सहयोग से सरोवर की पवित्रता बनाए रखने के लिए कठोर नियम बनाएं और उनका पालन सुनिश्चित करें। हम सब मिलकर संकल्प लें कि यह कार सेवा केवल एक परियोजना न रहे, बल्कि यह समर्पण और एकता की मिसाल बने। इस सरोवर को इतना भव्य और पवित्र बनाना है कि यह पूरे विश्व के श्रद्धालुओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन जाए।

