
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर पंजाब पुलिस द्वारा शुरू किए गए अभियान ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ ने पाकिस्तान की आई.एस.आई. को दिया बड़ा झटका
ड्रग कोरियर/तस्कर अब पाकिस्तान से भेजी जाने वाली खेप लेने से झिझकने लगे: डीजीपी गौरव यादव
पंजाब पुलिस पाकिस्तान-आईएसआई को राज्य की शांति और सद्भावना भंग नहीं करने देगी: डीजीपी गौरव यादव
पंजाब पुलिस के नशों के खिलाफ अभियान के चलते सीमा पार से हेरोइन की आपूर्ति में भारी गिरावट
पंजाब पुलिस केवल असली नशा तस्करों को बना रही है निशाना, पीड़ितों को इलाज के लिए नशा मुक्ति केंद्रों में भेजा जा रहा है: डीजीपी पंजाब
पंजाब पुलिस ने 17 दिनों में 2575 नशा तस्करों को गिरफ्तार कर 1651 एफआईआर दर्ज कीं; 95 किलो हेरोइन, 52 किलो अफीम और 64 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद
पंजाब पुलिस ने नशीले पदार्थों के खात्मे के लिए जिला स्तर पर मैपिंग शुरू की: डीजीपी गौरव यादव
सी.पी./एस.एस.पी. से लेकर एस.एच.ओ. तक सभी अधिकारियों को नशों के पूर्ण उन्मूलन को सुनिश्चित करने के लिए दिए जाएंगे लक्ष्य
सुरक्षित पंजाब के लिए नशा विरोधी हेल्पलाइन ‘9779100200’ पर सुझाव देने के लिए लोग आगे आ रहे हैं
चंडीगढ़, 17 मार्च
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर शुरू किए गए नशा विरोधी मुहिम ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ ने पाकिस्तान-आईएसआई को हिला कर रख दिया है। यह खुलासा करते हुए पंजाब के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव ने सोमवार को स्पष्ट रूप से कहा कि पंजाब पुलिस किसी को भी राज्य की मेहनत से स्थापित की गई शांति और सद्भावना को भंग करने की अनुमति नहीं देगी। खुफिया जानकारी से संकेत मिला है कि नशों के खिलाफ चल रहे अभियान की सफलता ने पाकिस्तान की आईएसआई को बड़ा झटका दिया है, जो अब इस अभियान को कमजोर करने के लिए नई साजिशें रच रही है।
डीजीपी ने कहा, “पंजाब पुलिस पाकिस्तान-आईएसआई को सीमावर्ती राज्य में किसी भी कीमत पर अस्थिरता फैलाने की अनुमति नहीं देगी और राज्य की शांति व सद्भावना को भंग करने की कोशिश करने वालों के लिए मिसाल बनने वाली सजा सुनिश्चित की जाएगी।” हाल ही में, इसकी ताजा मिसाल अमृतसर के ठाकुर द्वारे मंदिर पर हमले में शामिल मुख्य आरोपी को अमृतसर में पुलिस टीमों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में मार गिराना है।
डीजीपी ने वरिष्ठ अधिकारियों, विशेष डीजीपी, अतिरिक्त डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (एडीजीपी) और इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) के साथ उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि नशों के खिलाफ चल रहे निर्णायक अभियान ने ड्रग कोरियरों और तस्करों को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया है।
डीजीपी ने कहा, “युद्ध नशों विरुद्ध मुहिम का प्रभाव ऐतिहासिक है। पुलिस की खुफिया एजेंसियां इस बात की पुष्टि करती हैं कि अब नशीले पदार्थ भेजने वाले भी पाकिस्तानी तस्करों द्वारा गिराए गए हेरोइन के पैकेट लेने से झिझक रहे हैं, जिससे हेरोइन की आपूर्ति श्रृंखला काफी हद तक टूट गई है।”
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस अभियान के तहत, पंजाब पुलिस असली नशा तस्करों को निशाना बना रही है, जबकि नशे के शिकार लोगों को बेवजह परेशान नहीं किया जा रहा है, बल्कि उन्हें इलाज के लिए नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती कराया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि नशीले पदार्थों के खिलाफ यह विशेष कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में की जा रही है, जिनमें विशेष डीजीपी, एडीजीपी, आईजीपी और डीआईजी रैंक के अधिकारी शामिल हैं, जिन्हें विभिन्न जिलों की जिम्मेदारी दी गई है।
उन्होंने राज्य से इस नशे की समस्या को समाप्त करने के लिए सभी विभागों को एकजुट करने के लिए कैबिनेट सब-कमेटी के प्रयासों की भी सराहना की। उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार ने ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन किया है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस अभियान को और प्रभावशाली बनाने के लिए पंजाब पुलिस ने यह पता लगाने के लिए व्यापक जिला-स्तरीय मैपिंग शुरू की है कि किस क्षेत्र में किस प्रकार का नशा बिकता है, ताकि इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए लक्ष्य आधारित कार्ययोजनाएं लागू की जा सकें।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में काम कर रहे पुलिस कमिश्नरों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (सीपी/एसएसपी) से लेकर थाना प्रभारियों (एसएचओ) तक सभी अधिकारियों को लक्ष्य दिए जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि नशा विरोधी अभियान के लिए परिणाम आधारित दृष्टिकोण को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन उनके द्वारा प्राप्त लक्ष्यों और मानकों के आधार पर किया जाएगा।
‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के 17 दिनों के परिणामो को साझा करते हुए
डीजीपी ने बताया कि पंजाब पुलिस ने 1 मार्च 2025 से अब तक 2575 नशा तस्करों को गिरफ्तार कर पूरे राज्य में 1651 एफआईआर दर्ज की हैं। इस अभियान के दौरान पुलिस टीमों ने गिरफ्तार तस्करों के कब्जे से 95 किलो हेरोइन, 52 किलो अफीम, 1129 किलो भुक्की, 13.79 किलो गांजा, 7.25 लाख नशीली गोलियां/इंजेक्शन, 1 किलो आईसीई, 1.37 किलो कोकीन और 64 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में शुरू की गई ‘सेफ पंजाब’ एंटी-ड्रग हेल्पलाइन ‘9779100200’ को नागरिकों का अच्छा समर्थन मिल रहा है, जिसके माध्यम से लोग गुप्त रूप से नशा तस्करों की जानकारी साझा कर सकते हैं। हाल के दिनों में इस हेल्पलाइन पर सुझाव देने वालों की संख्या भी बढ़ी है।
इस मुहिम को सफल बनाने के लिए पंजाब पुलिस के समर्थन में राज्य के लोगों का धन्यवाद करते हुए डीजीपी ने कहा कि जनता के सहयोग के बिना यह अभियान सफल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस जनता और ग्राम रक्षा कमेटीयों के साथ बैठकें करके लोगों तक पहुंच बना रही है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा में लगाने के लिए ‘युवा सांझ’ और खेल पहलों सहित विभिन्न सार्वजनिक कार्यक्रमों को और मजबूत किया जा रहा है।