Chandigarh
2007 बैच के आईएएस अधिकारी अनिन्दिता मित्रा ने एम.सी कमिशनर के तौर पर पद संभाला
चंडीगढ़ का सुंदरता में पहला स्थान यकीनी बनाना नये नगर निगम कमिशनर की प्रमुख प्राथमिकता
चंडीगढ़, 23 अगस्तः नगर निगम के नये कमिशनर श्रीमती अनिन्दिता मित्रा ने आज कहा कि लोगों की इच्छाओं को पूरा करने के साथ-साथ चंडीगढ़ शहर को ख़ूबसूरत बनाने और स्वच्छ इंडैक्स में पहले स्थान पर लाना उनकी प्रमुख प्राथमिकता होगी।
2007 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी अनिन्दिता मित्रा ने आज यहाँ अपने दफ़्तर का प्रभार संभाला। इसके अलावा श्रीमती मित्रा शहीद भगत सिंह नगर और होशियारपुर जैसे महत्वपूर्ण जिलों के डिप्टी कमिशनर के तौर पर सेवा निभा चुके हैं और दो बार सूचना एवं लोक संपर्क विभाग, पंजाब के डायरैक्टर भी रहे हैं, जिस दौरान उन्होंने श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा के दुनिया भर में पंजाब सरकार का मान बढ़ाया। उन्होंने ख़ाद्य और सिविल सप्लाई विभाग में निदेशक में से सबसे लम्बी सेवा निभाई, जिस दौरान ट्रांसपोर्ट यूनियनें भंग करना और लगातार चार सालों के अपने सेवा काल में निर्विघ्न और उचित खरीद प्रबंधों को यकीनी बनाने में अहम भूमिका निभाई। कोविड के संकटकालीन दौर में अनाज की खरीद और सरकार का सही अक्स उभारने में उनकी तरफ से किये सभी यत्नों की भी सब तरफ से सराहना हुयी।
इस दौरान मित्रा ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों को साफ़, प्रभावशाली, कुशल, पारदर्शी और नागरिक केंद्रित प्रशासन मुहैया कराना होगा। उन्होंने कहा कि शहर को साफ़, हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए प्रौद्यौगिकी का अधिक से अधिक प्रयोग किया जायेगा। नगर निगम कमिशनर ने यह भी कहा कि वैज्ञानिक ढंगों से कूड़े के उचित प्रबंधन को यकीनी बनाने के लिए भी यत्न किये जाएंगे जिससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
लोगों के समर्थन की माँग करते हुये श्रीमती मित्रा ने कहा कि वह अपने स्तर पर शहर की छवि को और संवारने और निखारने के लिए हर तरह की वातावरण अनुकूल पहलकदमियों को यकीनी बनाऐंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को भी इस ऐतिहासिक शहर की प्रतिष्ठा को बनाई रखने के लिए प्रशासन के कंधे के साथ कंधा जोड़ कर चलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ शहर का सुंदरता में पहला स्थान हर कीमत पर यकीनी बनाया जायेगा। उन्होंने आधिकारियों को अपनी ड्यूटी तन-मन और समर्पण भावना से निभाने के लिए भी अपील की जिससे लोगों को यकीनी तौर पर निर्विघ्न नागरिक केंद्रित सेवाएं मुहैया करवाई जा सकें।