कंगना द्वारा माता महिंदर कौर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के मामले में आप नेत्री जीवनजोत कौर की अपील पर अमृतसर कोर्ट में हुई सुनवाई
…अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 19 मई की तारीख तय की
…केंद्र की मोदी सरकार किसानों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है – जीवनजोत कौर
अमृतसर, 16 मार्च 2021
माता महिंदर कौर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ आम आदमी पार्टी की नेत्री जीवनजोत कौर द्वारा अमृतसर कोर्ट में दायर किये गए मानहानि के मुकदमे पर मंगलवार को अमृतसर कोर्ट में सुनवाई हुई। जीवनजोत कौर के वकील परमिंदर सेठी ने अदालत के सामने कंगना रनौत के सारे अपमानजनक बयानों को बताया और कोर्ट से अभिनेत्री पर कार्रवाई करने की अपील की। उनकी बातों को सुनने के बाद अदालत ने इस मामले पर आगे की सुनवाई के लिए 19 मई की तारीख मुकर्रर किया।
कंगना पर मानहानि का मुकदमा आम आदमी पार्टी द्वारा किसान आंदोलन को बदनाम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मुहिम का एक हिस्सा है। कंगना रनौत ने बठिंडा जिले की माता महिंदर कौर जो किसान आंदोलन में भाग ले रही थीं, सोशल मीडिया पर उनकी फोटो पोस्ट कर उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी। उस टिप्पणी ने लाखों लोगों, महिलाओं और किसानों को आहत किया था। उसके बाद आम आदमी पार्टी ने किसानों के खिलाफ टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक अभियान चलाया और अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाप मानहानि के मुकदमें दायर किया।
जीवनजोत कौर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी पहले ही दिन से किसानों के साथ खड़ी है। केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की कैप्टन सरकार किसानों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है। भाजपा के नेता और केंद्रीय मंत्री किसानों को आतंकवादी, अलगाववादी और खालिस्तानी बोलकर किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे थे। वहीं केंद्र सरकार की मिलीभगत से कंगना रनौत ने हमारी माताओं-बहनों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की जिससे हमें ठेस पहुँची। फिर हमने कंगना के खिलाफ मुकदमा करने का फैसला किया। इस ऐतिहासिक किसान संघर्ष में हमारे पंजाब की माताओं और बहनों किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रही हैं। वे जानती है कि कठिन समस्या से कैसे लडऩा है। भाजपा नेताओं की बयानबाजी या कंगना की अपमानजनक टिप्पणी उनके इरादे को डगमगा नहीं सकती।
उन्होंने कहा कि कंगना रनौत को माता महिंदर कौर के खिलाफ दिए गए अपमानजनक बयान के लिए माफी मांगने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि एक तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुढ़ापे के बावजूद किसान आंदोलन में सामिल होने के लिए महिला दिवस के मौके पर माता मोहिंदर कौर को सम्मानित कर रही है। वहीं दूसरी ओर भाजपा की केंद्र सरकार और उनके नेता हमारी बुजुर्ग माताओं का अपमान कर रहे हैं।