रेंज ऑफिसर अंब अविनाश को विजिलेंस ने ₹10,000/- रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया । बताया जा रहा है कि उसके खिलाफ गाड़ी वालों से लकड़ी परिवहन परमिट के बदले पैसे लेने की शिकायतें आ रही थीं। सूत्रों के अनुसार प्रति गाड़ी लकड़ी परिवहन के लिए दस हजार की मांग की जा रही थी। इसपर करवाई करते हुए विजिलेंस ने आरोपी को बुधवार शाम गिरफ्तार किया।
यह घटना हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले उप मंडल अंब की है, जहां विजिलेंस विभाग ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। वन रेंज ऑफिसर अविनाश कुमार को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। जानकारी के अनुसार, यह रिश्वत अवैध लकड़ी की गाड़ियों को छोड़ने के लिए मांगी गई थी अविनाश कुमार ने पहले 20,000 रुपये की मांग की थी, लेकिन बाद में 10,000 रुपये में सौदा तय हुआ। विजिलेंस ऊना की टीम, डीएसपी फिरोज खान की अगुवाई में, इस कार्रवाई को अंजाम दिया। अविनाश कुमार लंबे समय से वन विभाग में कार्यरत थे और चार महीने बाद सेवानिवृत्त होने वाला था। विजिलेंस टीम ने इससे पहले मेहतपुर में कमेटी ऑफिस के जूनियर इंजीनियर (जेई) को भी रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस की सख्त और सतर्क दृष्टिकोण को दर्शाती है।
विजिलेंस टीम की भूमिका: डीएसपी फिरोज खान ने बताया कि टीम द्वारा भ्रष्टाचारियों पर नजर रखी जा रही है, और आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी। इस प्रकार की घटनाएं न केवल भ्रष्टाचार को उजागर करती हैं, बल्कि समाज में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।