सिद्धू मूसेवाला को याद कर भावुक हुईं Supreme Court की Law Officer दीपिका देशवाल, बोलीं, 3-4 दिन बाद हम मिलने वाले थे
‘यक़ीन नहीं हो रहा कि मेरे अज़ीज़ मित्र Shubdeep Singh Sidhu Moosewala हमारे बीच नहीं है। हाल ही में दोनों दिन शुक्रवार,शनिवार हमारी बात हुई। सिद्धू ने कहा अभी 3-4 दिन के बाद मैं चंडीगढ़आ रहा हूँ ,तब मिलते हैं। उनकी बातों में इतना उत्साह था, हमेशा काम के प्रति सजग रहते थे। शनिवार को हमारी आख़िरी बात हुई और रविवार को एकदम से सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला किसी ने सिद्धू पर गोलियां चलायी हैं।” ये कहना है सिद्धू मूसेवाला की दोस्त दीपिका देशवाल का। दीपिका अपने दोस्त को याद कर भावुक हुईं और मूसेवाला की खूबियों को याद उन्हें श्रद्धांजलि दी। चंडीगढ़ हाई कोर्ट में जुडिशल ऑफिसर के पद पर तैनात दीपिका देशवाल एक रेसलर होने के अलावा सोशल वर्कर भी हैं।
हरियाणा के बहादुरगढ़ जिले की रहने वाली दीपिका दिल्ली विश्वविद्यालय की गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं। मूसेवाला को याद कर दीपिका ने कहा- जब मुझे सोशल मीडिया के जरिए इस बात का पता चला तो, उसके तुरंत बाद मैंने पुलिस अधिकारी को कॉल किया और पता किया तो मालूम पड़ा कि सच में ही कुछ गुंडों ने तुच्छ लालच के चक्कर में इस महापाप को अंजाम दे दिया। मैं यक़ीन नहीं कर पा रही थी इस घटना पर कि ऐसे कैसे हो सकता है। इस दुखद ख़बर से ऐसे हो गया है जैसे शरीर से ही जान निकल गई हो। मन यह बात मानने को राज़ी ही नहीं कि मेरा होनहार दोस्त जो अपनी प्रतिभा के दम पर सारे देश-विदेशों में छाया, वो अब जीवित नहीं हैं। हम सबकी आत्मा को झकझोर कर दिया है इस दुख ने।
दीपिका आगे कहती हैं- Science background से पढ़ा लिखा लड़का, संस्कारों से लिप्त, सच्चे-साफ़ मन का हीरा, जो सदैव देश के लिए, किसानों के लिए और युवाओं के लिए आवाज़ उठाता है, कोई गैंगस्टर ऐसे महान इंसान को मारने की सोच भी कैसे सकता है? ऐसे असामाजिक तत्वों को मैं कहना चाहूंगी कि सिद्धू जैसे नेक लड़के की हत्या करके तुम जलील, लालची, बेशर्म गुंडों ने सारी देश को क्षति पहुंचाई है, जिसकी भरपाई अब इस जन्म में नहीं हो पाएगी। युवाओं के सपनों को मारा है। जो जो सिद्धू की हत्या में शामिल हैं वो लोग देश के,कौम के,इंसानियत के दुश्मन हैं। कुछ पैसों के लिए इन बेशर्म गुंडों ने इतना घिनौना कार्य किया ,ज़रा भी नहीं सोचा की सिद्धू के साथ साथ ही सिद्धू के माता पिता को भी जीते जी मार रहे हैं ।
सिद्धू इकलौता बेटा था ,इकलौता सहारा था जो अपनी ज़मीन से, गांव से जुड़ा था। हमेशा गाँव वालों के साथ खड़ा रहता था। इन बदमाश गुंडों को फिरौती ही चाहिए थी, तो भारत की जनता से एक एक रुपया भीख में माँग लेते, भारत की जनता ख़ुशी होकर एक एक रुपया इनके मुँह पर मार देती, 133 करोड़ भारत की आबादी है, कहने का भाव है की फिरौती माँगने से बेहतर ये लोग भीख माँग लेते। ग़लत रास्ते पर चलने वाले लोग हमेशा देश का नुक़सान ही करते हैं। एक माँ का होनहार बेटा नहीं छीनना था। ये गुंडे वो दीमक हैं ,जो देश को ही खोखला कर रहे हैं,ना कुछ बस का,नहीं मेहनत करने का सामर्थ्य।मुफ़्त की रोटियां तोड़ना,भीख माँगना इनकी आदत बन गयी है,कभी किसी एक्टर कभी किसी सिंगर को टारगेट करते हैं।
इसमें राजनेताओं की भी गलती है ,जो सिद्धू की सिक्योरिटी को हटाने का मामला सार्वजनिक किया।शर्म आनी चाहिए इन अशिष्ट, ओछे नेताओं को जिनको सरकार चलाने की गंभीरता का भी नहीं मालूम और पुलिस प्रशासन ने कैसे गोपनीयता को नहीं रखा?सरेआम ग़लत है। यह सिद्धू का मर्डर ही नहीं,सभी युवाओं की बुलंद आवाज़ का,भावनाओं का, माँ बाप के प्यार का मर्डर है। हमेशा सच का साथ देने वाला लड़का Sidhu Moosewala जो सफलता के शिखर पर अपने सामर्थ्य,अपनी प्रतिभा के आधार पर पहुँचा।सारे संसार में अपना लोहा मनवाया,अपने माँ बाप का नाम रोशन किया। अपने देश का नाम रोशन किया।हमेशा नशे से दूर रहा,कभी किसी ग़लत चीज़ का सहारा नहीं लिया।
सिद्धू युवाओं के लिए,देश के लिए एक मिसाल है जिसने हमेशा माँ बाप का प्यार को अपने गानों में उजागर किया, माँ की ममता दर्शाई। ऐसी महान आत्मा,महान इंसान को हम कभी नहीं भूल सकते। सरकार और पुलिस प्रशासन तुरंत सख़्त कार्रवाई करें और सारे गुनाहगारों को फाँसी के तख़्ते तक पहुँचाए। न्यायपालिका इन को सख़्त से सख़्त सजा दे ताकि आइंदा कभी किसी माँ का बेटा,देश का लाल, अपनी जान से हाथ न गंवाएं।भारत देश से इन गैंगस्टरों का सूपड़ा साफ़ करना बहुत ही ज़रूरी हो गया है आख़िर कब तक हमारे देश के अनमोल रतन इसी तरीक़े से टारगेट होते रहेंगे?सरकार ,न्याय पालिका और पुलिस इस पर तुरंत कार्रवाई कर सजा दे।