इस्लामिक ज़िहाद पंहुचा हिमाचलिओं के घरों: यति सत्यदेवानंद सरस्वती महाराज
17,18,19 को हिमाचल प्रदेश में होगी धर्म संसद तय करेंगी सनातनियों का भविष्य
अम्ब: हिमाचल प्रदेश में 15 साल की बच्ची की निर्मम हत्या इस्लामिक जिहाद के बड़ते खतरे को दर्शाता है। यह बात बताते हुए अखिल भारतीय संत परिषद् के हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा जम्मू कश्मीर के प्रभारी स्वामी यति सत्यदेवानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि इससे साबित हो रहा है कि इन बाहर से आए हुए जिहादियों तथा मौलबियों ने हमारे यहां के स्थाई निवासियों के मन में हमारे खिलाफ कितना जहर भर दिया है जो की एक निर्दोष बच्ची को जो कि बड़ी होकर एक डॉक्टर बनना चाहती थी घर में घुस कर निर्मम से तरीके नवरात्रों में गला रेत कर मार डाला।
उन्होने आगे कहा कि यह हिमाचल प्रदेश में पहला मामला नहीं है और न ही आखिरी है। पिछ्ले 7साल से हम निरन्तर प्रदेश सरकार व प्रशासन तथा समाज के लोगों को इसकी चेतानवी देते आ रहें हैं। परन्तु इसके बारे में किसी ने हमारी नहीं सुनी।
हिमाचल प्रदेश में बढ़ रहे जिहाद (अगेंस्ट काफिर वूमेन) जिसको लोग लव जिहाद का नाम देते हैं। घरों पर हमले, कारोबार जिहाद, गैर कानूनी तरीके से मस्जिद और मदरसों की बढ़ती संख्या के लैंड जिहाद, बच्चों की निर्मम हत्याएं, रोहिंग्या बंगलादेशियो बढ़ती संख्या, प्रवासी भारतीयों का विना पंजीकरण घूमने बालों की संख्या, धर्म के नाम पर भीख मांगने वाले बाबाओं के भेष में जिहादियों का बाबा बन कर घूमना। जो कि इस अप्रिय घटना की भविष्यवाणी कर रहा था।
इस विषय में मैने प्रदेश सरकार, प्रशासन को 2017/18 में लिखित रूप में सूचित किया था। परन्तु मेरी बातों को किसी ने नहीं सुना केवल कागज़ी कार्यवाही करके जवाब दे दिया। जिसमें डीजीपी साहब के द्वारा हिमाचल प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों को लेटर भेज दिया गया। जिला मुख्यालयों के द्वारा सभी थाना से ग्राम पंचायत से वार्ड पंचों तक केवल कागज़ी कार्यवाही हुई धरातल पर कुछ नहीं हुए जिसका भुकतान हमे अपनी फुल सी बच्ची प्राची के हलाल करवा कर चुकाना पड़ा।
उन्होंने अपनी मांग रखते हुए प्रशासन को 10 दिन का समय दिया है।
उनकी मांग निम्नलिखित है:–
1, जितने भी हिमाचल प्रदेश में मदरसे है वो बंद किए जाने चाइए।
2, जितनी भी इनके ढांचे गैर तरीके से बनाई गई है उनको तुड़वाया जाय।
जैसे की(लाल लकीर में बने ढांचे, हिन्दू बहुल इलाके में बने ढांचे, यहां पर इनका एक भी घर नही है वहां पर बने ढांचे) और बाकि मस्जिदों से सारे स्पीकर निकलवाए जाय।
3, जितने भी रफूजी(रोहिंग्या, बंगलादेशी ) मुस्लमान है उनको तत्काल प्रभाव से बहार किया जाय।
4, जितने भी प्रवासी भारतीय अलग अलग राज्यों से यहां रह रहे हैं उनका पंजीकरण करवाया जाय और एक स्थानीय लोगों की टीम गठित की जाय जो इस कार्य को करे। यह गांव गांव की टीम बने और हमारे द्वारा चिन्हित किए हुए लोग इसमें कार्य करेगें।
5, जितने भी दुकानदारों ने इनको अपने दुकानों पर या जितने भी फास्ट फूड की रेहड़ी या ठेले वाले है वो अपने नाम साफ़ अक्षरों में लिखे।
सभी दुकानदार जिनमे (मैरीज पैलेस, मिठाई की दुकान, होटल आदि) अपने कामगार की लिस्ट लिखकर दुकान के सामने लगा कर रखें।
उन्होंने आगे कहा कि जब सरकार और प्रशासन हमारी बच्चों की सुरक्षा करने में असमर्थ हो जाय तब अपने पैदा किए हुए बच्चों की सुरक्षा करना स्वयं का दायत्व है।
अपने हिन्दू समाज को जागरूक तथा रक्षात्मक धर्म धर्म बताने के उद्देश्य से हम भारत के प्रत्येक राज्य में धर्म संसद कर रहे हैं। जिसके लिय 17,18,19को अमर होटल एंड मैरिज पैलेस मुबारिक पुर में धर्म संसद हो रही है जिसमे भारत के अलग अलग राज्यों से सन्त समाज तथा हिन्दू धर्म प्रचारक, तथा हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी तथा आम सनातन धर्मलमंबी मिलकर अपने धर्म तथा अपने बच्चो के भविष्य के बारे के चर्चा करेंगे व समाधान ढूंढेंगे।
इस अवसर पर उनके धर्म जागरण मंच के जिला संयोजक ऊना, श्री राष्ट्रीय क्षत्रिय सभा के प्रदेश प्रभारी विनोद ठाकुर, मनजीत केशव, सौरभ धीमान आदि उपस्थित रहे।