नतीजों से पहले कामाख्या माता के दरबार नतमस्तक होने असम पहुंचे सीएम चन्नी
पंजाब विधान सभा के चुनावी नतीजे आने से ठीक पांच दिन पहले पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी माता कामाख्या देवी का आशीर्वाद लेने आज असम पहुंच गए हैं । तांकि नतीजों के लिए माता कृपा हासिल हो जाए काली और त्रिपुर सुंदरी देवी के बाद कामाख्या माता तांत्रिकों की सबसे महत्वपूर्ण देवी है। कामाख्या देवी की पूजा भगवान शिव के नववधू के रूप में की जाती है, जो कि मुक्ति को स्वीकार करती है और सभी इच्छाएं पूर्ण करती है। मंदिर परिसर में जो भी भक्त अपनी मुराद लेकर आता है उसकी हर मुराद पूरी होती है।
इस मंदिर का नाम कामाख्या (Kamakhya Temple History) होने के पीछे भी एक मान्यता है. कहते हैं कि एक श्राप के चलते काम देव ने अपना पौरुष खो दिया था, जिन्हें बाद में देवी शक्ति के जननांगों और गर्भ से ही इस श्राप से मुक्ति मिली. तब से इस मंदिर का नाम कामाख्या देवी (Kamakhya Devi) रखा गया और उसकी पूजा शुरू हुई.