Child Rape मनुष्यता के खिलाफ है संगीन अपराध, इसके दोषी किसी रहम के हक़दार नहीं: हाईकोर्ट
लगातार बढ़ते मामलों पर हाईकोर्ट ने जताई चिंता
Child rape के बढ़ते मामलों पर High Court ने चिंता जताते हुए कहा कि Child rape मनुष्यता के खिलाफ एक संगीन अपराध है और इसके दोषी किसी रहम के हक़दार नहीं है। High Court के टिप्पणी एक नाबालिग से बलात्कार के दोषी की सजा के खिलाफ दाखिल अपील को खारिज करते हुए की है।
High Court ने कहा कि ऐसे अपराधी विकृत मानसिकता के होते हैं तो अपने यौन सुख के लिए बच्चों तक को नहीं बक्शते, इससे अश्लील और क्या हो सकता है। High Court ने कहा कि कुछ सर्वे के अनुसार ऐसे मामलों में तेजी से बढ़ोतरी होती जा रही है, यह चिंता का विषय है। बच्चों को विशेष देखभाल और सुरक्षा की जरुरत होती है, ऐसे मामलों में अदालत की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है कि वह बच्चों को पर्याप्त क़ानूनी सुरक्षा दे।
High Court ने कहा बच्चे न सिर्फ देश का भविष्य होते हैं बल्कि वह देश को आगे ले जाने के लिए प्राकृतिक संसाधन भी हैं। इन्ही बच्चों से ही भविष्य की उम्मीद है। इसलिए इन मामलों को एक अलग दृष्टिकोण से देखने की जरुरत है, तांकि ऐसे मामलों पर लगाम लगाई जा सके।