वाल्मीकि मजबी सिख समुदाय प्रति राजनीतिक दलों की नियत में खोट : नछत्तर नाथ
*समुदाय को अगर इंसाफ नहीं मिलता तो नोटा का बटन दबाएं*
अमृतसर, 15 जनवरी,()- गुरु ज्ञान नाथ वाल्मीकि धर्म समाज के प्रमुख महंत नक्षत्र नाथ शेरगिल ने पंजाब के सभी राजनीतिक दलों को आड़े हाथों लेते हुए उन पर वाल्मीकि मजबी सिख समुदाय को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे समुदाय के प्रति राजनीतिक नेताओं की नीयत और नीति दोनों में खोट है । उन्होंने समुदाय को अपील करते हुए कहा कि वह अपने अस्तित्व का एहसास करवाने के लिए आगे आएं। यहां एक प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि पंजाब में अधिक दलित आबादी वाल्मीकि मजबी सिख समुदाय की है जिनको लगातार राजनीतिक दल दरकिनार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि तकरीबन 42 लॉख जनसंख्या होने के बावजूद भी राजनीतिक और सामाजिक मंचों पर समुदाय को दूसरों के रहमों करम पर रहना पड़ रहा है। अब आचार संहिता लग चुकी है तो दलित मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री बनाने बनाने के दाअवे करने वाले और दलित समुदाय को सपने दिखाने वाले लोग अपनी बात से भागते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजादी से लेकर आज तक इस समुदाय को वोट बैंक से ज्यादा कुछ नहीं समझा गया और समुदाय के विकास की ओर किसी ने भी तवज्जों नहीं दी। पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली साडे 4 साल चली सरकार ने इस समुदाय से एक भी विधायक को मंत्री बनाना मुनासिब नहीं समझा। दलित समुदाय का एक खास वर्ग राजनीतिक और प्रशासनिक पदों पर नियुक्त करना बेइंसाफी से कम नहीं। महंत ने नछत्तर नाथ ने समूह समुदाय को आग्रह किया के अपने हितों की रक्षा के लिए वह राजनीतिक दलों की चापलूसी छोड़कर उन्हें अपने अस्तित्व का एहसास कराएं अगर इंसाफ नहीं मिलता तो नोटा का बटन दबा कर अपनी आवाज़ राजनीतिक दलों के कानों में डालें।