ECHS के करोड़ों के घोटाले की DGP प्रबोध कुमार की SIT करेगी जांच, हाईकोर्ट ने दिए आदेश
एक महीने के भीतर जांच कर इसकी स्टेटस रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपनी होगी
ECHS जिसके जरिए पूर्व सैनिकों के फर्जी दस्तावेज और वरिष्ठ सैन्य अधिकारीयों के फर्जी हस्ताक्षर के जरिए निजी हस्तपाल द्वारा लगाई गई करोड़ों की चपत के मामले की हाईकोर्ट ने DGP प्रबोध कुमार की अध्यक्षता में SIT गठित कर इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
हाईकोर्ट ने कहा की यह बहुत ही गंभीर मामला है, इसलिए इसकी उच्च स्तरीय जांच करवानी जरुरी है। लिहाजा हाईकोर्ट ने DGP प्रबोध कुमार की अध्यक्षता में SIT गठित कर जांच के आदेश दे दिए हैं और इस SIT में एक SSP स्तर का अधिकारी को भी शामिल करने को कहा है। साथ ही पंजाब के डी.जी.पी. को आदेश दिए हैं कि वह SIT को लॉजिस्टिक स्पोर्ट सहित केम्प ऑफिस और अन्य सुविधाएं प्रदान करें।
यह घोटाला तब सामने आया जब इसके एक आरोपी ने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मांगी थी। आरोपी ने कहा की उस पर हॉस्पिटल ने आरोप लगाया है की उसने फर्जी दस्तावेज तैयार कर ECHS स्कीम में फर्जीवाड़ा किया है। वह तो हॉस्पिटल का एक कर्मचारी भर है और हॉस्पिटल ECHS के तहत रक्षा मंत्रालय से एम्पेनलेड है और सभी पेमेंट्स हॉस्पिटल के खाते में जमा होती है बल्कि हॉस्पिटल के पास कुछ वरिष्ठ सैन्य अधिकारीयों की फर्जी मोहर है, जिसका हॉस्पिटल आने लाभ के लिए इस्तेमाल करता है। पुलिस ने हॉस्पिटल के खिलाफ 9 दिसंबर को FIR भी दर्ज की है। ऐसे कई मामले अन्य हॉस्पिटल के डॉक्टरों और स्टाफ के भी सामने आए थे। लेकिन अब उनकी जांच बंद हो चुकी है। इस पर हाईकोर्ट ने अब SIT गठित कर जांच के आदेश दे दिए हैं और एक महीने में जांच की स्टेटस रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपनी होगी।