Himachal Pradesh
ऊना: अंदरोली में पूरा साल चलेंगी वाटर स्पोर्टस एक्टिविटी, वीकेंड टूरिज़्म की तर्ज पर भी विकसित यह क्षेत्र
अंदरोली में पूरा साल चलेंगी वाटर स्पोर्टस एक्टिविटी, वीकेंड टूरिज़्म की तर्ज पर भी विकसित यह क्षेत्र: वीरेन्द्र कंवर
अंदरोली में वाटर स्पोर्टस का ट्रायल 21 सितंबर तक चलेगा, प्रातः 11 बजे से होगा ट्रायल
ऊना, 16 सितंबर: अंदरोली में 12 महीने जल क्रीडा गतिविधियां चलंेगी तथा इस क्षेत्र को वीकेंड टूरिज्म की तर्ज भी विकसित किया जाएगा। यह बात ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, मत्स्य व पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज गोविन्दसागर झील में अंतिम ट्रायल के रूप में आयोजित साहसिक वाटर स्पोर्ट गतिविधियों का शुभारंग अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि जिला ऊना के अंदरौली साइट पर 16 सितम्बर से 21 सितम्बर तक वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का ट्रायल हो रहा है। यह गतिविधियाँ वॉटर स्पोर्ट्स सेंटर पोंग डैम के इन्स्ट्रक्टरस करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान सुबह 11 बजे से यहाँ मोटर बोट, कायाकिंग, वॉटर स्कूटर और ई-हाइड्रोफोईल का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा बीबीएम से भी इन गतिविधियों के लिए अनुमति मिल गई है और वाटर स्पोर्ट के रूट नोटिफाई किए जा रहे हैं।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि जिसने कुटलैहड़ नहीं देखा उसने कुछ नहीं देखा। उन्होंने कहा कि कुटलैहड़ मंे पर्यटन की आपार संभावनाएं होने के चलते इसे पर्यटन की दृष्टि से बड़े पैमाने पर विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो पर्यटक कुटलैहड़ एक बार आएगा वह दूसरी बार अवश्य आएगा और अन्य लोगों को भी यहां के विकास और सौंदर्य के बारे में बताने को मजबूर होगा। उन्होंने कहा कि यहां पर प्राकृतिक सौदर्य के साथ-साथ प्राचीन मंदिर, गोविंदसागर झील में साहसिक जल क्रीडाएं, पैराग्लाइडिंग जैसी साहसिक गतिविधियां आकर्षण का मुख्य केन्द्र होंगी।
साहसिक खेलों के मानचित्र पर उभर रहा कुटलैहड़
वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि कुटलैहड़ क्षेत्र को साहसिक खेलों के मानचित्र पर लाने के लिए सरकार सराहनीय योगदान प्रदान कर रही है। इस क्षेत्र मंे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इनकम जनरेशन प्रोजेक्ट भी शीघ्र स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि 16 से 21 सितंबर तक चलने वाले आयोजन के दौरान झील में क्याकिंग, जेट सकिंग, सेलिंग, रोइंग, इहाइड्रा फाॅलिंग, वाॅटर सर्फिंग, सनारकेलिंग, राफ्टिंग जैसी साहसिक खेलों का वोट की सहायता से अंतिम ट्रायल होगा। उन्होंने कहा कि घरवासड़ा में पैराग्लाईडिंग का ट्रायल हो चुका है तथा पिपलू से पैराग्लाईडिंग की अनुमति मिल गई है। ग्रामीण विकास मंत्री ने सफल आयोजन के लिए पूरी टीम का धन्यवाद किया।
वीरेन्द्र ने अपील की कि कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत आयोजन के दौरान कोरोना सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित बनाए जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली डोज में हिमाचल देश भर में अग्रणी है और अब सब पात्र व्यक्तियों को वैक्सिन की दूसरी डोज सरकार द्वारा मुफ्त लगाई जा रही है तथा हम कोरोना से जंग जीतने के बिल्कुल करीब है।
इस अवसर पर केटीडीएस अध्यक्ष एवं उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, उपाध्यक्ष जिला परिषद कृष्ण पाल शर्मा, एसडीएम एवं सदस्य सचिव केटीडीएस विशाल शर्मा, डीएफओ, संयुक्त निदेशक अटल बिहारी वाजपेई पर्वतारोहण संस्थान मनाली सुरेंद्र ठाकुर, बीडीसी उपाध्यक्ष जमीत सिंह, बीजेपी मंडल महामंत्री चरणजीत सिंह, तहसीलदार बंगाणा, बीडियो, एक्सिन सहित विभिन्न पंचायती राज संस्थानों के सदस्य और अधिकारी उपस्थित थे।