जिला ऊना में अब तक 7259 व्यक्तियों ने कोरोना वायरस को दी मात
कोरोना से हारना नहीं, कोरोना को हराना है।
जिला ऊना में अब तक 7259 व्यक्तियों ने कोरोना वायरस को दी मात
ऊना (14 मई)- जिला ऊना में अब तक 7259 व्यक्तियों ने कोरोना वायरस को मात दी है तथा अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए सीएमओ डॉ. रमण कुमार शर्मा ने बताया कि जिला ऊना में कोरोना संक्रमण की शुरूआत होने से लेकर अब तक 9864 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं, जिनमें से 7259 पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं।
सीएमओ ने कहा कि जिला ऊना में कोरोना संक्रमण के आज 2443 एक्टिव केस हैं, जिनमें से डीसीसीसी खड्ड में 36, डीसीएचसी हरोली में 40, मेक शिफ्ट अस्पताल पालकवाह में 63, जबकि होम आइसोलेशन में 1967 मरीज स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। बाकी मरीजों को राज्य के अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर कोरोना मरीजों के लिए उचित प्रबंध किए हैं। बेड क्षमता बढ़ाने की दिशा में भी लगातार कार्य चल रहा है।
डॉ. रमण कुमार शर्मा ने कहा कि जिला में कोरोना की रोकथाम के लिए दवाओं, आक्सीजन तथा अन्य सुविधाओं की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर सर्दी, खांसी, सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण आने पर सही समय पर टेस्ट करवा लिया जाए, तो इलाज में मदद मिलती है। उन्होंने अगर हालत बिगड़ने के बाद ही मरीज को अस्पताल पहुंचाया जाता है, तो इससे जान बचाने में मुश्किल होती है। इसलिए लक्षण आने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में जाकर जांच कराएं तथा सेहत बिगड़ने का इंतजार न करें क्योंकि अकसर देखा गया है कि अचानक ऑक्सीजन का स्तर गिरने से मौत हो जाती है।
“हिम्मत रखें कोरोना से हारना नहीं, कोरोना को हराना है”- सुखचैन सिंह राणा
अंब के सुखचैन सिंह राणा, व उनकी धर्मपत्नी पिछले महीने कोरोना से संक्रमित हुए थे।राणा कांगड़ा कोऑपरेटिव बैंक से मैनेजर के पद से सेवानिवृत्त हैं। उन्होंने बताया की दोनो ही इस दौरान अकेले थे व उन्होंने 10 दिन में इस बीमारी को मात दी।प्रशासन व शुभचिंतकों का सहयोग मिला और कोरोना को हम दोनों ने हरा दिया।
होम आइसोलेशन की निगरानी के लिए बनाए सेक्टर
सीएमओ ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 संक्रमित के लिए भी जिला ऊना में बेहतर व्यवस्था बनाई गई है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की सेहत की निगरानी के लिए प्रत्येक चिकित्सा ब्लॉक में सेक्टर बनाए गए हैं तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी संक्रमितों के घर जाकर उनसे स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले कर उन्हें परामर्श दे रहे हैं।