पंजाब और हरियाणा के गांवों में कोरोना की सुनामी, स्वास्थ्य सुविधाएं नाकाफी, हाईकोर्ट जल्द करे सुनवाई
पंजाब और हरियाणा के गांवों में कोरोना की सुनामी, स्वास्थ्य सुविधाएं नाकाफी, हाईकोर्ट जल्द करे सुनवाई
सीनियर एडवोकेट रुपिंदर खोसला ने हाईकोर्ट को बताया, लोगों की जा रही जानें, तत्काल हो सुनवाई
पंजाब और हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में कोरोना की सुनामी आ चुकी है और गांवों में स्वस्थ्य सुविधाएं भी नाकाफी हैं, गांवों में लोगों की जाने जा रही है और गांवों के लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है की वे इससे कैसे निपटें। इसलिए अब इस मामले में हाईकोर्ट को तत्काल दखल देने की सीनियर एडवोकेट रुपिंदर खोसला ने हाईकोर्ट से मांग करते हुए अर्जी दाखिल कर दी है।
रुपिंदर खोसला ने अपनी अर्जी में कहा है की हाईकोर्ट कोरोना के मामले में संज्ञान ले चूका है और बुधवार को पंजाब और हरियाणा के गांवों में कोरोना के बारे में जवाब भी मांग चूका है और अब इस केस की 18 मई को सुनवाई होनी है। लेकिन पंजाब और हरियाणा के गांवों में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। जिले के प्रत्येक ब्लॉक में 70 से 80 गांव आते हैं, जहां बमुश्किल ही दो तीन डॉक्टर और कुछ पेरा मैडिक स्टाफ होता है और यहां गांवों में हेल्थ फैसिलटी भी पूरी नहीं हैं। उन्हें पता चला है की कई जगह पर तो पूरा स्टाफ ही कोरोना से संक्रमित हो चूका है, जिस कारण वहां के हस्पताल को बंद करना पड़ा है। गांवों में लगातार बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हो रही है जिन्हे रिपोर्ट ही नहीं किया जा रहा है।
रुपिंदर खोसला ने हाईकोर्ट से मांग की है की वह तत्काल पंजाब और हरियाणा से इसके बारे में जानकारी मांगे और अगर इन राज्यों के गांवों में हेल्थ फैसिलटी भी पूरी नहीं हैं तो इसके लिए केंद्र सरकार को आदेश दिए जाएं। हालत बेहद गंभीर हो चुके हैं, इसलिए अब हाईकोर्ट को 18 मई को होने वाली अगली सुनवाई का इंतजार नहीं करना चाहिए और इस पर तत्काल सुनवाई करनी चाहिए।