Punjab
किसानों को आज तक 2600 करोड़ रुपए की की जा चुकी है सीधी अदायगीः भारत भूषण आशु
राज्य की मंडियों में 54 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की हुई आमद, 50 लाख मीट्रिक टन की खरीद की
20 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की हुयी ढुलाई
किसानों का एक-एक दाना उठाने के लिए पंजाब सरकार वचनबद्ध
बारदाने की नहीं है अब कमी – आशु
चंडीगढ़, 20 अप्रैलः
पंजाब राज्य के किसानों को गेहूँ की खरीद सम्बन्धी आज तक डायरेक्ट बैनीफिट ट्रांसफर (डी.बी.टी) स्कीम के अंतर्गत 2600 करोड़ रुपए की सीधी अदायगी की जा चुकी है। उक्त जानकारी पंजाब के खाद्य, सिविल सप्लाई और उपभोक्ता मामलों के मंत्री भारत भूषण आशु द्वारा आज यहां दी गई।
उन्होंने बताया कि गत दिवस तक 1141 करोड़ रुपए की अदायगियां कर दी गयी थी, 1500 करोड़ रुपए आज तक क्लियर हो गए हैं और कल तक कुल 4200 करोड़ रुपए की अदायगियों को भी क्लियर कर दिया जायेगा।
उन्होंने राज्य के किसानों को विश्वास दिलाया कि उनकी फसल गेहूँ का एक-एक दाना कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा हर हाल में खरीदा जायेगा।
भारत भूषण आशु द्वारा जारी प्रैस बयान में उन्होंने कहा कि राज्य की मंडियों में 54 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की आमद हुई है, जिसमें से पहले ही 50 लाख मीट्रिक टन की खरीद की जा चुकी है और 20 लाख मीट्रिक टन गेहूँ पहले ही अलग-अलग सरकारी एजेंसियों द्वारा ढुलाई की गई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आने वाले दिनों में खरीद और ढुलाई में ओर तेज़ी लाई जायेगी।
बारदाना (खाली बोरियों) के मुद्दे पर भारत भूषण आशु ने कहा कि कोरोना महामारी और पश्चिमी बंगाल में मतदान के कारण बहुत सी जुट मिलें बंद हैं, जिससे देश भर में बारदाने की भारी किल्लत आई है। उन्होंने बताया कि उन्होंने यह मुद्दा भारत के जुट कमिशनर के समक्ष भी उठाया था, परन्तु वह पंजाब राज्य की मदद करने में असफल रहे। उन्होंने कहा कि शुरू में बारदाने की कुछ कमी थी, परन्तु अब मामला सुलझ गया है। उन्होंने कहा कि 12 अप्रैल, 2021 को भारत सरकार ने आढ़तियों के द्वारा इस्तेमाल किये गए बरदाने का प्रयोग के लिए राज्य सरकार को इजाज़त दे दी थी, जिसके लिए 41.90 रुपए प्रति बोरी मूल्य निर्धारित किया गया है।
आशु ने राजनैतिक पार्टियों के नेताओं से अपील की कि वह इस मुद्दे का सियासीकरन न करें क्योंकि पंजाब राज्य में अब बारदाने की कोई कमी नहीं है। उन्होंने अपील की कि अगर मंडियों में किसानों को कोई दिक्कत पेश आती है तो वह उनके साथ, ज़िला प्रशासन या उनके विभाग के साथ संपर्क कर सकते हैं और भरोसा दिलाया कि सभी मुश्किलें पहल के आधार पर हल की जाएंगी।
डी.बी.टी. के मुद्दे पर श्री आशु ने कहा कि पंजाब सरकार पिछले 18 महीनों से पहले ही किसानों को सीधी अदायगी कर रही है और भरोसा दिलाया है कि हर किसान को अदायगी निर्धारित समय के अंदर कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब में किसान और आढ़तिये (कमीशन एजेंट) दोनों ही चल रही गेहूँ की खरीद से खुश हैं।
उन्होंने बताया कि गत दिवस तक 1141 करोड़ रुपए की अदायगियां कर दी गयी थी, 1500 करोड़ रुपए आज तक क्लियर हो गए हैं और कल तक कुल 4200 करोड़ रुपए की अदायगियों को भी क्लियर कर दिया जायेगा।
उन्होंने राज्य के किसानों को विश्वास दिलाया कि उनकी फसल गेहूँ का एक-एक दाना कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा हर हाल में खरीदा जायेगा।
भारत भूषण आशु द्वारा जारी प्रैस बयान में उन्होंने कहा कि राज्य की मंडियों में 54 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की आमद हुई है, जिसमें से पहले ही 50 लाख मीट्रिक टन की खरीद की जा चुकी है और 20 लाख मीट्रिक टन गेहूँ पहले ही अलग-अलग सरकारी एजेंसियों द्वारा ढुलाई की गई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आने वाले दिनों में खरीद और ढुलाई में ओर तेज़ी लाई जायेगी।
बारदाना (खाली बोरियों) के मुद्दे पर भारत भूषण आशु ने कहा कि कोरोना महामारी और पश्चिमी बंगाल में मतदान के कारण बहुत सी जुट मिलें बंद हैं, जिससे देश भर में बारदाने की भारी किल्लत आई है। उन्होंने बताया कि उन्होंने यह मुद्दा भारत के जुट कमिशनर के समक्ष भी उठाया था, परन्तु वह पंजाब राज्य की मदद करने में असफल रहे। उन्होंने कहा कि शुरू में बारदाने की कुछ कमी थी, परन्तु अब मामला सुलझ गया है। उन्होंने कहा कि 12 अप्रैल, 2021 को भारत सरकार ने आढ़तियों के द्वारा इस्तेमाल किये गए बरदाने का प्रयोग के लिए राज्य सरकार को इजाज़त दे दी थी, जिसके लिए 41.90 रुपए प्रति बोरी मूल्य निर्धारित किया गया है।
आशु ने राजनैतिक पार्टियों के नेताओं से अपील की कि वह इस मुद्दे का सियासीकरन न करें क्योंकि पंजाब राज्य में अब बारदाने की कोई कमी नहीं है। उन्होंने अपील की कि अगर मंडियों में किसानों को कोई दिक्कत पेश आती है तो वह उनके साथ, ज़िला प्रशासन या उनके विभाग के साथ संपर्क कर सकते हैं और भरोसा दिलाया कि सभी मुश्किलें पहल के आधार पर हल की जाएंगी।
डी.बी.टी. के मुद्दे पर श्री आशु ने कहा कि पंजाब सरकार पिछले 18 महीनों से पहले ही किसानों को सीधी अदायगी कर रही है और भरोसा दिलाया है कि हर किसान को अदायगी निर्धारित समय के अंदर कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब में किसान और आढ़तिये (कमीशन एजेंट) दोनों ही चल रही गेहूँ की खरीद से खुश हैं।