Himachal Pradesh

संजय पराशर का जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करने का अभियान जारी

संजय पराशर का जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करने का अभियान जारी

-शुक्रवार को रोटरी आई हास्पिटल, परागपुर में करवाए गए 14 मोतियाबिंद के आपरेशन

डाडासीबा-

मनुष्य के शरीर में आंखें सबसे महत्वपूर्ण इंद्रिय हैं, जिनके बिना जीवन की कल्पना भी अधूरी है। एक उम्र के बाद आंखों में मोतियाबिंद हो जाता है, लेकिन धन के अभाव में ऑपरेशन न करा पाने से कई लोग अंधता का दंश झेलते हैं। अगर खुद से ऑपरेशन कराने जाएं तो काफी खर्च आता है। विशेष रूप से आर्थिक रूप से अक्षम बुजुर्ग इस समस्या से ज्यादा परेशान रहते हैं। इन हालात को देखकर इसी वर्ष के फरवरी माह में कैप्टन संजय ने जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करने के लिए जो अभियान छेड़ा था, वह अब भी निरंतर जारी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडीकल कैंप स्थगित किए जाने के बावजूद गरीब मरीजों के निशुल्क आपरेशन करवाने को लेकर अब पराशर ने रोटरी आई हॉस्पिटल, परागपुर के साथ हाथ बढ़ाए हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को संजय के सौजन्य से चौदह मोतियािबिंद मरीजों के सफल आपरेशन इस अस्पताल में किए गए, जबकि आठ अन्य मरीजों के आपरेशन भी शीघ्र करवाए जाएंगे। इसी माह की 16 तारीख को जसवां-परापगुर क्षेत्र के बाथू-टिप्परी गांव में भी आंखों का फ्री चेक अप किया जाएगा और अगर मोतियाबिंद के जो मरीज चिकित्सकों की टीम द्वारा सुझाए जाएंगे, उनके आपरेशन भी पराशर के द्वारा परागपुर अस्पताल में निशुल्क करवाए जाएंगे।

दरअसल कैप्टन संजय ने जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करवाने का बीड़ा उठाया है। इसके तहत वह नियमित अंतराल के बीच स्वास्थ्य शिविरों का आयाेजन करते रहे हैं। अब तक पराशर क्षेत्र में 11 मेडीकल कैंप लगवा चुके हैं, जिसमें मरीजों का आंकड़ा दस हजार के ऊपर रहा है। चार अक्तूबर के रक्कड़ में प्रस्तावित शिविर के रद्द होने के बाद कई बुजुर्गों ने संजय से संपर्क साध कर मोतियािबंद के आपरेशन करवाने का आग्रह किया था। इसके बाद पराशर ने अपनी एक टीम भेजकर ऐसे मरीजों की सूची तैयार करने को कहा। कुल 36 मरीज परागपुर के आई हास्पिटल में पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने जांच करने के बाद पाया कि 23 का मोतियाबिंद का आपरेशन होना लाजिमी है। शुक्रवार को 14 मरीजों का आपरेशन कर दिया गया। इन मरीजों को लाने, खाने-पीने और ठहरने की निशुल्क व्यवस्था भी संजय द्वारा ही की गई थी। जौड़बड़ के राम नाथ, बाड़ी की संतोष कुमारी, भटहेड़ की रजनी, दड़व से आशा देवी, कड़ोआ से सुकुर्मा देवी, समनोली से प्रकाशो देवी, बडल ठोर से विमला देवी, कूहना से राज पाल व मेहर सिंह, गरली से किशन चंद, तियामल से किशन चंद और नलेटी से निर्मला देवी ने बताया कि पराशर द्वारा उनका आपरेशन शुक्रवार को करवा दिया गया है। इन मरीजों ने संजय का आभार जताते हुए कहा कि वह कई कारणों से अपना ईलाज करवाने में असमर्थ थे, लेकिन पराशर ने उन्हें घर-द्वार पर पहुंचकर ही यह सुविधा प्रदान की है। रोटरी आई अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डा. रोहित गर्ग ने बताया कि कैप्टन संजय के सौजन्य से मरीजों का आपरेशन आधुनिक तकनीक से किया गया है। वहीं, पराशर का कहना था कि जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करना उनका लक्ष्य रहा है और इस कार्य को लेकर उन्होंने रोटरी आई हास्पिटल के साथ भी करार किया है। मरीजाें के भविष्य में यहां पर आपरेशन करवाए जाएंगे ताकि नजदीकी क्षेत्रों के मरीज आपरेशन करवाने के बाद उसी दिन अपने घर भी पहुंच जाएं। बताया कि आंखों का चेक अप शिविर रोटरी अस्पताल, परागपुर द्वारा 16 अक्तूबर को आयोजित किया जा रहा है, जिसमें मोतियाबिंद के जितने भी मरीज होंगे, उनके आपरेशन की निशुल्क व्यवस्था की जाएगी। नेत्र विकार वाले मरीज 12 अक्तूबर तक अपनी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करवा सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Sorry Content is protected !!