Punjab

नेताओं के नहीं, भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर के फोटो सरकारी दफ्तर में लगेंगे

…‘आप’ सरकार बाबा साहब और भगत सिंह के सिद्धांतों और आदर्शों पर चलेगी, उनके सपनों को करेगी साकार – अरविंद केजरीवाल

…बाबा साहब और भगत सिंह दोनों का उद्देश्य एक था, देश आजादी हो, सबको अच्छी शिक्षा और बराबरी का हक मिले – अरविंद केजरीवाल

अमृतसर, 30 जनवरी

आम आदमी पार्टी(आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया कि पंजाब में आप की सरकार बनने पर सभी सरकारी दफ्तरों में मुख्यमंत्री और नेताओं की जगह संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर और शहीद-ए-आजम भगत सिंह की तस्वीर लगेगी। रविवार को अमृतसर में आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केजरीवाल ने यह घोषणा की और कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार बाबा साहब अंबेडकर और शहीद भगत सिंह के सिद्धांतों और आदर्शों पर चलेगी एवं उनके उनके सपनों को पूरा करेगी।

केजरीवाल ने कहा, ”लम्बे संघर्ष और बड़ी कुर्बानियों के बाद देश को आजादी मिली। हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान कुर्बान कर देश को आजाद कराया। लेकिन आज हम उनके उद्देश्यों और कुर्बानियों को भूलते जा रहे हैं। उनके आदर्शों और सिद्दांतों से दूर होते जा रहे हैं। केजरीवाल ने ऐलान करते हुए कहा कि देश के दो बड़े महान स्वतंत्रता सेनानी बाबा साहब डॉ भीम राव आंबेडकर और शहीद-ए-आजम भगत सिंह की कुर्बानी, सिद्धांतों और आदर्शों को याद रखने के लिए हमने 26 जनवरी को दिल्ली में ऐलान किया था कि दिल्ली के सभी सरकारी दफ्तरों में मुख्यमंत्री और नेताओं की जगह बाबा साहब अंबेडकर और शहीद-ए-आजम भगत सिंह की तस्वीर लगेगी। पंजाब में भी आप सरकार सभी सरकारी दफ्तरों से मुख्यमंत्री की तस्वीर हटाकर बाबा साहब और शहीद भगत सिंह की तस्वीर लगाएगी, ताकि लोग जितनी बार उन्हें देखे, उन्हें उनकी संघर्ष, कुर्बानी और विचार याद आए और वे उनके बताए रास्ते पर चलने को प्रेरित हो सकें।

केजरीवाल ने कहा कि मैं बाबा साहब का बहुत बड़ा भक्त हूं। उनकी रोज पूजा करता हूं। उनके जीवन से हमें बहुत प्रेरणा मिलती है। एक गरीब परिवार में जन्म होने के बावजूद उन्होंने अमेरिका से दो-दो पीएचडी की डिग्री हासिल की। उन्होंने अपने दिव्य ज्ञान, सोच और दूरदृष्टि की बदौलत भारत का संविधान बनाया और देश के लोगों को लोकतांत्रिक अधिकार दिलाया। केजरीवाल ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर और शहीद भगत सिंह दोनों के रास्ते अलग-अलग थे, लेकिन उनकी मंजिल एक थी। दोनों की इच्छा थी कि देश जल्द से जल्द आजाद हो और आजाद देश में सबको अच्छी शिक्षा मिले, अच्छी चिकित्सा सुविधाएं मिले और देश तरक्की करे। दोनों की इच्छा थी कि समाज में सबको बराबरी का हक मिले और जाति-धर्म के आधार पर भेदभाव खत्म हो। जिस तरह बाबा साहब ने गरीबों और वंचितों के लिए जीवन भर संघर्ष किया, उसी तरह शहीद भगत सिंह ने मात्र 23 साल की उम्र में अपने लिए कुछ करने के बजाए देश के लिए अपनी जान कुर्बान किया। लेकिन उनके सपने आज तक पूरे नहीं हो पाए हैं। उनके सपनों का देश बनाने के लिए हमें आज उनके आदर्शों पर सिद्धांतों पर चलने की जरूरत है।

केजरीवाल ने विश्व विख्यात वैज्ञानिक आइंसटीन के एक कथन का जिक्र करते हुए कहा, ”एक बार आइंस्टीन ने महात्मा गांधी के बारे में कहा था कि आने वाली पीढिय़ां यकीन नहीं करेगी कि इस धरती पर महात्मा गांधी जैसा व्यक्ति भी पैदा हुआ था। हम आइंस्टाइन के इस कथन को बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर के लिए कहना चाहता हूं और आने वाली पीढियों को यह बात बताना चाहता हूं।

आप पंजाब के मुख्यमंत्री उम्मीदवार भगवंत मान ने कहा कि आज की घोषणा ऐतिहासिक है। इससे युवाओं और सरकारी कर्मचारियों में देश और राज्य के लिए अच्छा करने की प्रेरणा मिलेगी। मान ने कहा कि मुझे बहुत दुख होता है जब कोई वृद्ध व्यक्ति हमसे कहता है कि आज के नेताओं से अच्छा तो अंग्रेज था। भ्रष्ट और स्वार्थी नेताओं ने देश के शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों की बनिदानी व्यर्थ कर दिया है। जिस तरह से आज सत्ताधारी नेता देश को लूट रहे हैं। उनकी लूट और भ्रष्टाचार को देखकर अंग्रेज भी शर्मिंदा हो जाएगा। मान ने कहा कि आजादी के बाद बाबा साहब अंबेडकर को इस बात का शक था कि सत्ता पर कहीं भ्रष्ट और लूटेरे लोगों का कब्जा न हो जाए और देश के लोगों को सही मायने में आजादी नहीं मिल पाए। आज उनका शक सही साबित हो रहा है।

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